
हाइलाइट्स
अंकिता भंडारी की हत्या की खबर मिलते ही उसके परिवार में मातम पसरा है.
परिवार के मुताबिक, वह एक होनहार छात्रा थी. उसने 12वीं क्लास में 88% अंक हासिल किए थे.
उसकी बुआ ने बताया कि घर की गरीबी देखकर ही वह रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट की नौकरी कर रही थी.
देहरादून. कौन जानता था कि यह उसकी पहली और आखिरी नौकरी होगी… 19 साल की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की चाची किसी तरह अपनी आंसू रोककर यह कहती हैं. इस लड़की का शव शनिवार को ऋषिकेश में चीला नहर से निकाला गया था. इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा, जिन्होंने उसके कथित हत्यारों से मारपीट की और उस रिजॉर्ट में भी आग लगा दी, जहां वह काम करती थी.
यह लड़की भोगपुर के एक रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी और पुलिस के मुताबिक, मेहमानों को ‘विशेष सेवाएं’ प्रदान करने से इनकार करने के चलते उसकी हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी रिज़ॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य के साथ ही रिजॉर्ट के मैनेजर सौरभ भास्कर तथा एसिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है. पुलकित भाजपा से निष्कासित किए गए नेता विनोद आर्य का बेटा है.
19 साल की लड़की की हत्या की खबर मिलते ही स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. पीड़िता के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं एम्स, ऋषिकेश के बाहर जमा हो गईं, जहां शव का पोस्टमार्टम किया गया.
बेहद होनहार और प्यारी थी लड़की
पीड़िता के परिवार और रिश्तेदारों के मुताबिक, वह एक मेधावी छात्रा और अनुशासित लड़की थी. लड़की की चाची किसी तरह अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए कहती हैं, ‘वह एक होनहार छात्रा थी. उसने 12वीं क्लास में 88% अंक हासिल किए थे. वह एक अनुशासित और प्यारी बच्ची थी.’
उसने स्कूली शिक्षा के बाद होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा कोर्स किया था और उसे ऋषिकेश के पास स्थित इस रिजॉर्ट में वैकेंसी के बारे में पता चला था.
परिवार की आर्थिक तंगी के कारण चुनी रिसेप्शनिस्ट की नौकरी
मृतक लड़की की दूसरी चाची ने News18 से बात करते हुए कहा, ‘कौन जानता था कि यह उसकी पहली और आखिरी नौकरी होगी.’ उन्होंने बताया कि उसकी भतीजी अपने माता-पिता की सबसे छोटी संतान थी. उसका बड़ा भाई दिल्ली में काम करता है और परिवार बेहर सीमित संसाधनों से गुजारा करता है.
एक अच्छे करियर का सपना देखने के बावजूद इस 19 वर्षीय लड़की ने घर की आर्थिक स्थिति के कारण रिसेप्शनिस्ट की नौकरी का विकल्प चुना. लड़की की बुआ बताती हैं, ‘मेरा भाई बेहद मामूली सा किसान है. परिवार की आर्थिक परेशानी ने 19 साल की लड़की को नौकरी करने और कमाने के लिए मजबूर किया.’ उसने 1 सितंबर से रिजॉर्ट में नौकरी शुरू की थी और अपनी पहली सैलरी लेने से पहले ही उसकी हत्या कर दी गई.
रिजार्ट के गेस्ट को ‘विशेष सेवा’ देने से इनकार करने पर हुई हत्या
इस हत्याकांड को लेकर उत्तराखंड के पुलिस प्रमुख ने शनिवार को कहा कि 19 वर्ष की इस रिसेप्शननिस्ट पर रिजॉर्ट का मालिक अतिथियों को ‘विशेष सेवा’ प्रदान करने के लिए दबाव डाल रहा था. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि इस लड़की द्वारा अपने एक मित्र के साथ की गयी चैट से यह जानकारी सामने आई है.
इससे पहले रिसेप्शनिस्ट के एक फेसबुक फ्रेंड ने कथित रूप से कहा कि उसकी दोस्त की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने अतिथियों के साथ यौन संबंध बनाने से इनकार कर दिया. इस मित्र के अनुसार वह जिस रिजॉर्ट में काम करती थी, उसके मालिक ने उससे ऐसा करने को कहा था.
फेसबुक फ्रेंड का बताई थी परेशानी
लड़की के फेसबुक फ्रेंड ने कथित रूप से कहा कि जिस रात को उसकी मित्र हत्या की गई थी, उसी रात को उसने फोनकर बताया था कि वह ‘मुसीबत’ में है. खबरों के अनुसार पीड़िता ने अपने मित्र से कहा था कि रिजॉर्ट के मालिक और प्रबंधक उसपर रिजॉर्ट में आने वाले अतिथियों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए दबाव डाल रहे थे.
फेसबुक फ्रेंड के अनुसार, रात साढ़े आठ बजे रिसेप्शनिस्ट से संपर्क नहीं हो रहा था. उसके अनुसार जब बार-बार कोशिश करने के बाद भी उससे संपर्क नहीं हो पाया तब उसने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य को फोन किया जिसने उससे कहा कि वह सोने के लिए अपने कमरे में चली गयी है.
फेसबुक फ्रेंड के मुताबिक अगले दिन जब उसने कथित रूप से फिर आर्य को फोन किया तब भी उसका फोन बंद था. तब उसने रिजॉर्ट के प्रबंधक अंकित को फोन किया जिसने कहा कि वह जिम में है. फेसबुक फ्रेंड के अनुसार तब उसने रिजॉर्ट के रसोइया से बातचीत की जिसने उससे कहा कि उसने उस दिन लड़की को नहीं देखा है.
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, रिजॉर्ट के प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इस मामले का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य हरिद्वाज के भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है. विनोद आर्य उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं. हालांकि इस घटना में बेटे का नाम आने के बाद विनोद आर्य को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया
गुस्साई भीड़ ने आरोपियों पर किया हमला
शुक्रवार को जब आरोपियों को कोटद्वार की अदालत में ले जाया जा रहा था तब उनपर नाराज भीड़ ने पुलिस की गाड़ी पर हमला किया. भीड़ ने कार शीशे तोड़ दिये और तीनों आरोपियों के साथ मारपीट की. भीड़ में कुछ महिलाओं ने मांग की कि आरोपियों को फांसी पर लटकाया जाए.
भोगपुर में लोगों ने विरोधस्वरूप रिजॉर्ट पर पथराव किया और उसकी खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए. शुक्रवार को देर रात कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने रिजॉर्ट को ढहाना शुरू किया. उसने कहा कि यह ‘अवैध’ रूप से बनाया गया था.
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Tags: Murder case, Uttarakhand Crime, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED : September 24, 2022, 21:49 IST
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