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वाशिंगटन. अमेरिकी अर्थव्यवस्था में चालू साल की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई है. हालांकि, इस दौरान उपभोक्ताओं और कंपनियों के खर्च की रफ्तार अच्छी रही है. सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी. यह जनवरी-मार्च की तिमाही के लिए सरकार के पिछले अनुमान से कुछ खराब स्थिति है.

अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 2020 की दूसरी तिमाही के बाद से यह पहली गिरावट है. 2021 के पहले तीन माह में अमेरिकी अर्थव्यवस्था 6.9 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी. अमेरिका में मुद्रास्फीति इस समय चार दशक के उच्चस्तर पर है, वहीं उपभोक्ता विश्वास नीचे आ रहा है.

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उपभोक्ता खर्च घटा
पिछले महीने कॉमर्स डिपार्टमेंट ने पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 1.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था. बुधवार को अपने तीसरे और अंतिम अनुमान पर विभाग ने कहा कि उपभोक्ता खर्च पहले की गणना की तुलना में काफी कमजोर रहा. यह आर्थिक उत्पादन का लगभग दो-तिहाई हिस्सा है. मई में उपभोक्ता खर्च अनुमानित 3.1% के बजाय 1.8% वार्षिक गति से बढ़ा.

आगे कैसी रहेगी चाल
हालांकि, अर्थव्यवस्था में गिरावट के बावजूद यह संभवत: मंदी की शुरुआत नहीं है. अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि इस साल आगे चलकर अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी. पहली तिमाही में गिरावट अर्थव्यवस्था के अन्दर के स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ नहीं कहती है. अमेरीका का बढ़ता व्यापार घाटा दिखा रहा है कि लोगों के बीच विदेशी वस्तुओं और सर्विस की काफी डिमांड है. बिजनेस इंवेस्टमेंट 5 फीसदी की हेल्थी रफ्तार से बढ़ रहा है.

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रेट हाइक 
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा रेट हाइक का असर भी इकोनॉमी पर दिखेगा. खुद फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा था रेट हाइक का असर ग्रोथ पर दिखेगा. इसके बावजूद रेट हाइक जारी रहेगा. इसकी वजह महंगाई यानी इंफ्लेशन है. फेड का मानना है कि ऐसे हालात में 40 साल के हाई पर चल रहे इंफ्लेशन को नियंत्रित करना जरूरी है.

Tags: Economic growth, Economy, US, Us market

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