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हाइलाइट्स

आज सूर्य देव शनि की राशि कुंभ में प्रवेश कर रहे हैं.
कुंभ संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं.
आज फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी ति​थि और वृद्धि योग है.

आज 13 फरवरी दिन सोमवार को कुंभ संक्रांति है. आज सूर्य देव शनि की राशि कुंभ में प्रवेश कर रहे हैं. सूर्य का कुंभ राशि में प्रवेश आज सुबह 09 बजकर 57 मिनट पर होगा. सूर्य जब किसी रा​शि में जिस क्षण प्रवेश करते हैं, उस समय उस राशि से जुड़ी संक्रांति होती है. आज सूर्य की कुंभ संक्रांति है. आज कुंभ में आने से सूर्य की शनि के साथ युति बनने वाली है. सूर्य और शनि की युति आज से लेकर 15 मार्च की सुबह तक है. कुंभ संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और उसके बाद सूर्य पूजा तथा दान देते हैं. ऐसा करने से पाप मिटते हैं और अक्षण्य पुण्य की प्राप्ति होती है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कुंभ संक्रांति के पुण्यकाल, महा पुण्यकाल, सूर्य पूजा तथा दान की विधि और कुंभ संक्रांति से जुड़े उपाय.

कुंभ संक्रांति 2023 पुण्यकाल
कुंभ संक्रांति का समय: 13 फरवरी, सुबह 09:57 बजे
कुंभ संक्रांति का पुण्य काल: आज, सुबह 07:02 बजे से लेकर सुबह 09:57 बजे तक
कुंभ संक्रांति का महा पुण्यकाल: आज, सुबह 08:05 से सुबह 09:57 बजे तक

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कुंभ संक्रांति पर सप्तमी तिथि और वृद्धि योग
आज कुंभ संक्रांति के दिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी ति​थि और वृद्धि योग है. सप्तमी तिथि अधिपति देव चित्रभानु हैं, जो भगवान सूर्य देव का स्वरूप हैं. वृद्धि योग में किए गए कार्यों के फल में भी वृद्धि होती है. आपको पूजा पाठ से प्राप्त पुण्य फल में भी वृद्धि होगी.

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कुंभ संक्रांति 2023 स्नान, दान और पूजा विधि
1. आज प्रात: गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करें. सुबह से ही वृद्धि योग बना हुआ है. यह स्नान आप पुण्यकाल में करें या महा पुण्यकाल में भी स्नान करना उत्तम रहेगा. घर पर आप नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें.

2. स्नान के बाद ​साफ वस्त्र पहन लें. संभव हो तो लाल या नारंगी रंग के कपड़े पहनें. उसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें. इस दौरान सूर्य मंत्र का जाप करें. सूर्य देव को लाल चंदन, लाल पुष्प और गुड़ वाले जल से अर्घ्य देना चाहिए.

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3. अर्घ्य के बाद आदित्य हृदय स्तोत्र या सूर्य चालीसा का पाठ करना चाहिए. फिर कपूर या घी के दीपक से सूर्य देव की आरती करें. आज सूर्य देव की विधिपूर्व​क पूजा करने से नौकरी में प्रमोशन, वेतन वृद्धि आदि का योग बनता है. सूर्य आपके पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि करता है, पिता से सहयोग मिलता है.

कुंभ संक्रांति पर करें 2 आसान उपाय
1. कुंभ संक्रांति भगवान सूर्य की पूजा का दिन है और सूर्य ग्रहों के राजा हैं. इनको प्रसन्न रखने से ग्रह दोष दूर होगा. आज के दिन जब आप स्नान करें तो उस पानी थोड़ा सा गुड़, केसर या लाल चंदन और काला तिल डालकर स्नान करें. काला तिल शनि देव से जुड़ा है क्योंकि आज सूर्य और शनि की युति भी है.

2. आज पूजा के बाद गुड़, काला तिल और गेहूं का दान किसी गरीब ब्राह्मण को दें. इससे सूर्य और शनि दोनों प्रसन्न होंगे. भाग्य का साथ मिलेगा और कार्यों में सफलता प्राप्त होगी.

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Tags: Astrology, Dharma Aastha

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