
हाइलाइट्स
90 के दशक में जब आतंकवाद जम्मू कश्मीर में हद से ज्यादा था तो उस वक्त VDC का गठन हुआ था
विलेज डिफेंस गार्ड पुलिस के जवानों के साथ ले रहे ट्रेनिंग
जम्मू कश्मीर. सीमा पार से लगातार आतंकी गतिविधियों में इजाफा देखने को मिल रहा है. एक बार फिर पाकिस्तान द्वारा पाले गए आतंकी चिनाब वैली में आतंकी को जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय सेना विलेज डिफेंस गार्ड के सदस्यों को अत्याधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रही है, ताकि जरूरत पड़ने पर यह आतंक का काल बन सकें. सुरक्षाबलों को यह इनपुट मिल रहे हैं कि सीमा पार बने लांचिंग पैड में 200-250 की तादाद में आतंकी मौजूद हैं, ताकि बर्फबारी से पहले वह भारतीय सीमा में घुसपैठ कर सकें. इसी पाकिस्तान की घुसपैठ वाली साजिश को रोकने के लिए पूरे जंगल के इलाकों में जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना की तरफ से ऑपरेशन एरिया डोमिनेशन चलाया जा रहा है.
खुफिया एजेंसियों को मिल रहे इनपुट में बताया जा रहा है कि सीमा पार बैठे लॉन्चिंग पैड में 200 से 250 आतंकी मौजूद हैं जो कि अंतरराष्ट्रीय सीमा या फिर नियंत्रण रेखा के जरिए घुसपैठ करने की फिराक में हैं. यह आतंकी बर्फबारी से पहले घुसपैठ करना चाहते हैं, क्योंकि बर्फ पढ़ने के बाद घुसपैठ के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे. डोडा के भदरवाह इलाके में जहां भारतीय सेना और पुलिस की ओर से VDG को हथियार चलाने की हथियार को हैंडल करने की ट्रेनिंग दी जा रही है. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरीके से यह ट्रेनिंग का हिस्सा बने हैं इनको सिखाया जाता है कि एक गोली, एक दुश्मन, एक निशाना और अगर जरूरत पड़े तो आतंक का काम तमाम करना.
90 के दशक में हुआ था VDC का गठन
आपको बता दें कि 90 के दशक में जब आतंकवाद जम्मू कश्मीर में हद से ज्यादा था तो उस वक्त VDC का गठन हुआ था. इन्हीं VDC ने सुरक्षाबलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चिनाब वैली और पीर पंजाल के इलाकों में आतंक का खात्मा किया था. वहीं पाकिस्तानी प्रयास भी कर रहा है, कि आतंकियों की घुसपैठ के साथ-साथ एक बार फिर चिनाब वैली और पीर पंजाल इलाके में आतंकवाद को रिवाइव करवाया जा सके.
विलेज डिफेंस गार्ड पुलिस के जवानों के साथ ले रहे ट्रेनिंग
वहीं विलेज डिफेंस गार्ड के सदस्य किस तरीके से घने जंगलों में जहां जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों के साथ ऑपरेशन एरिया डोमिनेशन चला रहे हैं, ताकि अगर कहीं पर कोई संदिग्ध आतंकी या फिर कोई संदिग्ध हथियार गोला बारूद हो तो उसकी सूचना सेना या फिर पुलिस को दी जा सके या फिर आतंकी का काम तमाम किया जा सके. इन लोगों का कहना है कि हम 90 के दशक से भारतीय सेना और पुलिस के साथ काम कर रहे हैं हमें गर्व है कि हम VDC के सदस्य हैं और अगर इस इलाके में आतंकी आता है तो उसका काम हम तमाम करेंगे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Indian army, Jammu kashmir news, Terrorism
FIRST PUBLISHED : November 09, 2022, 05:20 IST
Article Credite: Original Source(, All rights reserve)