पटना41 मिनट पहले
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लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी बिसात बिछनी शुरू हो गई है। रविवार को राजपूत समाज के बड़े नेता सह पूर्व सांसद आनंद मोहन से बीजेपी के सीनियर नेता सुशील मोदी ने मुलाकात की थी। मुलाकात के ठीक एक दिन बाद सोमवार को बीजेपी नेता ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने राज्य सरकार से आनंद मोहन की रिहाई की मांग की है।
आनंद मोहन की भी रिहाई संभव
बीजेपी नेता सह राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि जब राजीव गांधी हत्या मामले में दोषियों की रिहाई हो सकती है, तो आनंद मोहन की रिहाई भी संभव है। इसके लिए राज्य सरकार को कानून का पालन करते हुे गंभीरता से पहल करनी चाहिए। सुशील मोदी ने कहा कि कृष्णैया हत्याकांड में भीड़ को उकसाने या हत्या के अपराध में आनंद मोहन सीधे तौर पर दोषी नहीं थे, फिर भी उन्हें उम्र कैद की सजा हुई। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा को बरकरार रखा।
एनडीए के पुराने साथी रहे हैं
आनंद मोहन जब 14 साल से अधिक की सजा काट चुके हैं और बंदी के रूप में उनका आचरण भी अच्छा रहा है, तब उन्हें रियायत देकर रिहा करने के कानूनी विकल्पों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाना चाहिए। बीजेपी नेता ने कहा कि आनंद मोहन एनडीए के पुराने साथी रहे है। उन्होंने नीतीश कुमार के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना आनंद मोहन के जीवन और परिवार पर बहुत भारी पड़ी। उन्हें मुक्ति मिलनी चाहिए ताकि वे सार्वजनिक जीवन में योगदान कर सकें।
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