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हाइलाइट्स

मई में देश के औद्योगिक उत्पादन में 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई.
मैन्युफैक्चरिंग, पावर और माइनिंग सेक्टर ने किया सबसे बेहतर प्रदर्शन.
मई 2021 में यह 27.6 फीसदी था.

नई दिल्ली. नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (एनएसओ) ने औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकड़े जारी किए हैं. ये भारतीय अर्थव्यवस्था में अच्छी रिकवरी के संकेत दे रहे हैं. एनएसओ की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2022 में देश का औद्योगिक उत्पादन इंडेक्स (इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन) कुल मिलाकर 19.6 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा है. ग्रोथ रेट में आए इस सुधार के लिए मुख्य तौर पर मैन्युफैक्चरिंग, पावर और माइनिंग सेक्टर्स का अच्छा प्रदर्शन जिम्मेदार है.

यह एक साल में आईआईपी की सर्वाधिक वृद्धि है. एनएसओ ने ये आंकड़े आज यानी 12 जुलाई को जारी किए हैं. हालांकि, ये पिछले वर्ष के समान समय के मुकाबले करीब 8 फीसदी कम है. मई 2021 में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 27.6 फीसदी था. हालांकि, तब भी और इस बार भी लो बेस को इसका प्रमुख जिम्मेदार माना जा रहा था.

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किस सेक्टर में कितनी ग्रोथ
ताजा आंकड़ों के मुताबिक मई 2022 में देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट 20.6% रही है. इसी दौरान माइनिंग सेक्टर का आउटपुट 10.9 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा. वहीं, पावर जेनरेशन यानी में 23.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इससे पहले अप्रैल 2022 में माइनिंग का उत्पादन 7.8 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 11.8 प्रतिशत बढ़ा था. उपयोग के आधार पर देखें तो प्राइमरी गुड्स में 17.7 फीसदी, कैपिटल गुड्स में 54 फीसदी, इंटरमीडिएड गुड्स में 17.9 फीसदी, इंफ्रा गुड्स में 18.2 फीसदी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 58.5 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है.

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एक्सपर्ट ओपिनियन
एमओएफएसएल ग्रुप के मुख्य अर्थशास्त्री निखिल गुप्ता ने कहा है कि यह आईआईपी में ग्रोथ अनुमानों के अनुरूप नहीं है. उन्होंने कहा है कि इससे अधिक वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा था इसलिए आंकड़ों को देखकर कोई हैरानी नहीं हुई है. उन्होंने कहा है कि यह आंकड़े लो बेस के कारण आए हैं. बकौल निखिल, कुल मिलाकर इन आकंड़ों पर मौद्रिक नीति का कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला है.

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खुदरा महंगाई में थोड़ी राहत
महंगाई के मोर्चे पर जून में आम आदमी को थोड़ी राहत मिली है. मंगलवार को सरकार ने कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई) आधारित रिटेल महंगाई दर के आंकड़े जारी किए. आंकड़ों के अनुसार, जून में खुदरा महंगाई दर 7.01% रही. यह मई के 7.04 के मुकाबले 0.43 फीसदी कम है. बता दें कि यह लगातार छठा महीना है जब महंगाई दर आरबीआई की 6% की ऊपरी लिमिट से अधिक रही है.

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