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हाइलाइट्स

माता लक्ष्मी के त्योहारों पप घर में रोटी नहीं बनानी चाहिए.
इन सभी त्योहारों में दीपावली का पर्व भी शामिल होता है.

Kab Nahi Banayen Roti : हिंदू धर्म में माना जाता है कि किचन में धन-धान्य की कमी ना हो इसके लिए माता अन्नपूर्णा की कृपा जरूरी होती है. मां अन्नपूर्णा की कृपा पाने के लिए लोग दिन-रात कड़ी मेहनत भी करते हैं, ताकि परिवार का पेट भर सकें. भारतवर्ष में हर घर के खाने में प्रमुख खाद्यान्न होता है रोटी. बिना रोटी के भोजन अधूरा सा लगता है लेकिन धर्म पुराणों के अनुसार कुछ ऐसे दिन भी होते हैं जिनमें रोटी बनाने की मनाही होती है. आपने एकादशी के दिन चावल ना बनाने के बारे में सुना होगा लेकिन आज हमें भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं ऐसे 5 मौके जब रोटी नहीं बनाना चाहिए.

नागपंचमी

हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक नाग पंचमी के दिन अपने घर के किचन में रोटी नहीं बनानी चाहिए. इस दिन पूरी और हलवा खाना चाहिए. माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन चूल्हे पर तवा रखना शुभ नहीं होता. तवे को नाग के फन का प्रतिरूप माना गया है. इसलिए नागपंचमी के दिन तवे को अग्नि पर नहीं रखा जाता.

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शीतलाष्टमी

शीतला अष्टमी के दिन माता शीतला देवी की पूजा करने का विधान है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन माता को बासी खाने का भोग लगाना चाहिए. मां को भोग लगाने के बाद खुद भी बासी खाना ही ग्रहण करना चाहिए. इस दिन सूर्योदय से पहले ही माता को बासी खाने का भोग लगाया जाता है और इसे ही प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है. शीतलाष्टमी के दिन घर में नया भोजन बनाने की मनाही होती है साथ ही इस दिन रोटी भी नहीं बनाई जाती.

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शरद पूर्णिमा

हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि शरद पूर्णिमा के दिन भी घर में रोटी नहीं बनानी चाहिए. इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से दक्ष होता है. इस दिन शाम के समय खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखा जाता है और इसे अगले दिन सुबह प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं. चांद की रोशनी में रखी खीर खाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. इसलिए इस दिन भी घर पर रोटी नहीं बनाई जाती.

मां लक्ष्मी के त्योहार

हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि माता लक्ष्मी से संबंधित जो भी त्योहार आते हैं उस दिन घर में रोटी नहीं बनाना चाहिए. इन सभी त्योहारों में दीपावली का त्यौहार भी शामिल है. इस दिन सात्विक भोजन पूरी, मिठाई, हलवा आदि बनाकर इसका सेवन किया जाना चाहिए और इस दिन घर में रोटी बनाने से बचना चाहिए.

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मृत्यु होने पर

हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि यदि घर में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो उस दिन भी घर में रोटी नहीं बनाना चाहिए. हिंदू धर्म में तेरहवीं संस्कार का विधान होता है. ऐसा माना जाता है कि तेरहवीं संस्कार के बाद ही घर में रोटियां बनानी चाहिए.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion, Vastu, Vastu tips

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