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हाइलाइट्स

1965 में मुंबई के ठाणे में पहला बिसलेरी वॉटर प्लांट स्थापित किया गया था.
साल 1969 में बिसलरी को भारतीय कंपनी पारले ने खरीद लिया.
टाटा ग्रुप (Tata) ने अब बिसलरी (Bisleri) इंटरनेशनल को खरीदने का ऑफर दिया है.

नई दिल्‍ली. भारत में बोतलबंद पानी का पर्याय बन चुकी बिसलरी (Bisleri) आज हर जगह उपलब्‍ध है. लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि कभी अपने देश में बिसलरी की बोतल केवल महंगे होटलों और रेस्‍टोरेंट में ही मिलती थी. देश के अमीर इसे पीना अपनी शान समझते थे. 1965 में भारत पुणे में एक प्‍लांट के साथ भारत में कारोबार की शुरुआत करने वाली कंपनी के पास अब 150 से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं.

भारत के संगठित बोतलबंद पानी के कारोबार में बिसलरी का हिस्‍सा 32 फीसदी है. बिसलरी की लो‍कप्रियता और पहुंच को देखते हुए अब टाटा ग्रुप इसे खरीदने को आतुर है. टाटा के बिसलरी इंटरनेशनल में हिस्‍सा खरीदने के ऑफर देने खबरें आते ही कंपनी एक बार फिर चर्चा में आ गई है.

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इटली में हुई शुरुआत
बिसलरी इंटरनेशनल की शुरुआत इटली में सिग्रोर फैलिस बिसलरी ने की थी. कंपनी की स्‍थापना  शुरुआत में बिसलेरी एक फार्मास्युटिकल कंपनी थी, जो मलेरिया की दवा बेचती थी. फैलिस बिसलरी ने, बिसलरी को शराब की लत छुड़ाने के इरादे से बनाया था. जल्‍द ही यह बोतलबंद पानी इटली में मशहूर हो गया. 1921 में फैलिस बिसलरी की मौत के बाद उनके गहरे मित्र और फैमिली डॉक्टर रॉसी कंपनी के मालिक बन गए.

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1965 में भारत आई बिसलरी
भारत में डॉक्टर रॉसी ने खुशरू संतकू के साथ मिलकर बिसलरी लॉन्‍च की थी. 1965 में मुंबई के ठाणे में पहला बिसलेरी वॉटर प्लांट  स्थापित किया गया था. बिसलरी ने भारतीय बाजार में मिनरल वॉटर और सोडा बेचना शुरू किया. शुरुआत में केवल फाइव स्टार होटल और महंगे रेस्टोरेंट में ही बिसलरी की बोतल मिलती थी. साल 1969 में बिसलरी को भारतीय कंपनी पारले ने खरीद लिया.

अब टाटा का आया दिल
मनीकंट्रोल ने इकोनॉमिक टाइम्स के हवाले से बताया है टाटा ग्रुप (Tata) ने अब बिसलरी (Bisleri) इंटरनेशनल को खरीदने का ऑफर दिया है. अगर यह डील सिरे चढ़ती है तो इससे टाटा ग्रुप को पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर में बड़ा बाजार हासिल होगा. इससे टाटा की पहुंच एंट्री लेवल, मिड सेगमेंट और प्रीमियम पैकेज वाटर कैटेगरी सहित बल्कवाटर डिलिवरी सेगमेंट में हो जाएगी.

इसलिए टाटा की है नजर
भारत में बोतलबंद पानी का सालाना कारोबार 20,000 करोड़ रुपये का है. इसका 60 फीसदी हिस्‍सा असंगठित है. संगठित कारोबार में बिसलरी की बाजार भागीदारी 32 फीसदी है. बिसलरी की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, इसके 150 से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं और पूरे भारत में 5,000 ट्रकों के साथ 4,000 से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर्स का मजबूत नेटवर्क कंपनी के पास है. सीधे कंज्यूमर्स तक प्रोडक्ट्स की डिलिवरी के लिए उसका अपना ऐप है.

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हर जगह पहुंच
देशभर में बिसलरी की पहुंच है. रिटेल बिक्री के अलावा होटलों, रेस्टोरेंट और एयरपोर्ट्स सहित इंस्टीट्यूशनल चैनल्स में बिसलरी की गहरी पैठ है. अगर टाटा बिसलरी का अधिग्रहण करती है तो रिटेल स्टोर्स, केमिस्ट चैनल्स और इंस्टीट्यूशनल चैनल्स का एक रेडी गो-टु-मार्केट नेटवर्क मिल जाएगा. बिसलरी का बल्क वाटर डिलीवरी का भी नेटवर्क है. ये होटल, रेस्टोरेंट और एयरपोर्ट में वाटर सप्लाई करता है.

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Tags: Business news in hindi, Drinking Water, Tata

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