
हाइलाइट्स
कार्टियर चेइच, एक ऐसी घड़ी जिसे एक ट्रॉफी के रूप में जाना जाता है.
पेरिस में सोथबी नीलामी के दौरान इस घड़ी से ₹3.18 करोड़ प्राप्त करने की उम्मीद की जा रही है.
40 सालों में यह पहली बार है जब यह घड़ी सार्वजनिक रूप से लोगों को दिखाई देगी.
नई दिल्ली. कार्टियर चेइच (Cartier Cheich), एक ऐसी घड़ी है जिसे एक ट्रॉफी के रूप में जाना जाता है. पेरिस में सोथबी नीलामी के दौरान इस घड़ी से 4 लाख डॉलर (करीब 3.18 करोड़ रुपये) प्राप्त करने की उम्मीद की जा रही है. 40 सालों में यह पहली बार है जब यह घड़ी सार्वजनिक रूप से लोगों को दिखाई देगी.
विशिष्ट रूप से डिजाइन की गई कार्टियर चेइच घड़ी को एक ट्रॉफी माना जाता है क्योंकि यह गैस्टन राहियर को प्रदान की गई थी, जिन्होंने 1984 और 1985 में लगातार दो बार पेरिस-डकार रेस जीती थी. इस दौड़ को कार्टियर चैलेंज के रूप में जाना जाता था. फोर्ब्स (Forbes) ने बताया कि जब तक गैस्टन राहियर कार्टियर चैलेंज का पहला और एकमात्र विजेता नहीं बना, तब तक यह उपलब्धि असंभव मानी जाती थी. राहियर का परिवार अब नीलामी के लिए घड़ी की पेशकश कर रहा है.
कार्टियर चेइच को कौन सी बात बनाती है विशिष्ट
कार्टियर के पूर्व क्रिएटिव डायरेक्टर जैक्स डिल्टोएर और कार्टियर के तत्कालीन अध्यक्ष एलेन-डोमिनिक पेरिन द्वारा डिजाइन किया गया. वे रेस के लोगो से प्रेरित थे. इसमें तुआरेग का सिल्हूट दिखाया गया था जो सहारा रेगिस्तान के मूल निवासी थे, जिसमें वे एक “चेइच” पहने हुए हैं. ‘चेइच’ सूरज और धूल के तूफान से सुरक्षा के लिए सिर के चारों ओर पहना जाने वाला एक स्कार्फ है.
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पेरिस-डकार दौड़ क्या है?
पेरिस-डकार रेस पेरिस से सहारा रेगिस्तान से डकार, सेनेगल तक 10,000 किलोमीटर की भीषण दौड़ थी. फोर्ब्स ने कहा कि यह विभिन्न तरह के लोगों के लिए और पेशेवरों के लिए अलग-अलग कैटेगरी में खुला हुआ था. जैसे – कार, ट्रक और मोटरसाइकिल. ऐसे समय में जब यह रेस पूरी कर पाना एक उपलब्धि मानी जाती थी, राहियर ने इसे दो बार जीता था.
1983 में दो कार्टियर चेइच घड़ियों को डिजाइन किया गया था. एक पुरुष विजेता के लिए और दूसरा महिला विजेता के लिए. पुरुष घड़ी राहियर को प्रदान की गई थी, लेकिन दूसरा घड़ी से कभी भी किसी को सम्मानित नहीं किया गया क्योंकि किसी और ने लगातार दो बार रेस नहीं जीती.
कंपनी ने ऐसी दो और घड़ियाँ बनाईं थी. एक आगे आने वाले भविष्य के चैंपियन के लिए, जबकि चौथी घड़ी को खोया हुआ माना जाता है. इसका मतलब हुआ कि राहियर की घड़ी बाजार में उपलब्ध ऐसी एकमात्र घड़ी है.
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FIRST PUBLISHED : August 14, 2022, 21:29 IST
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