e0a495e0a581e0a482e0a4a1e0a4b2e0a580 e0a495e0a587 e0a4b6e0a581e0a4ad e0a4afe0a58be0a497 e0a49ce0a4bfe0a4a6e0a58de0a4a6e0a580 e0a494
e0a495e0a581e0a482e0a4a1e0a4b2e0a580 e0a495e0a587 e0a4b6e0a581e0a4ad e0a4afe0a58be0a497 e0a49ce0a4bfe0a4a6e0a58de0a4a6e0a580 e0a494 1

हाइलाइट्स

शश योग के जातक आवश्यकतानुसार बात करते हैं.
शश योग के जातकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है.

Shasha Yoga: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जीवन में घटने वाली छोटी-बड़ी घटनाओं के पीछे उसकी कुंडली में मौजूद ग्रह नक्षत्रों की स्थिति होती है. कभी-कभी इंसान के जीवन में थोड़ी सी मेहनत में अपार सफलता हासिल करने के योग बनते हैं. जिसके पीछे शुभ योग और उस व्यक्ति के अच्छे कर्म माने जाते हैं. इन्हीं शुभ योग पर हमारे द्वारा चलाई जा रही सीरीज में हमने क्रमश: गजकेसरी योग, रुचक योग, भद्र योग, हंस योग और इंद्र योग के बारे में जाना.

आज की इस कड़ी में ज्योतिष एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा हमें बता रहे हैं कुंडली में बनने वाले शश योग के बारे में. ये योग कैसे बनता है और इसके क्या फायदे हैं.

कैसे बनता है शश योग

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे, सातवें और दसवें घर में शनि अपने स्वयं की राशि (मकर, कुंभ) में या उच्च राशि तुला में मौजूद होता है तब शश योग बनता है. वैदिक ज्योतिष में शनि क्रूर और न्याय के देव भी माने जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह को आयु, दुख, तकनीकी का कारक भी माना जाता है.

यह भी पढ़ें – कुंडली के शुभ योग: भद्र योग के जातक होते हैं फुर्तीले, बुद्धिमान, जानें कब नहीं होता फलदायी

शश योग में जन्मे व्यक्ति

  • जिन लोगों का जन्म शश योग में होता है वे मध्यम हाइट के होते हैं. उनका चेहरा व दांत छोटे होते हैं.
  • इस योग के जातक यात्रा की योजना बनाते हैं और इन्हें यात्रा करना बहुत पसंद होता है.
  • शश योग के जातक जिद्दी साहसी और जल्दी गुस्सा होने वाले होते हैं.
  • जिस व्यक्ति की कुंडली में शश योग बनता है वे बुद्धिमान होते हैं. जिसके कारण दूसरों में कमियां ढूंढते रहते हैं.
  • शश योग के जातक दिखने में आकर्षक होते हैं और दूसरों पर बहुत पैसा बर्बाद करते हैं.
READ More...  'D' Letter Name Personality: लक्ष्य के प्रति सचेत रहते हैं D अक्षर वाले नाम के लोग, सफलता हमेशा चूमती है कदम

शश योग कब फल नहीं देता

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई कमजोर ग्रह शनि से प्रभावित होता है, तो इस योग का अशुभ फल प्राप्त होता है.
  • वहीं कुंडली में प्रथम भाव में शनि अशुभ है तो जातक को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
  • यदि शनि चतुर्थ भाव में अशुभ है, तो व्यक्ति के आध्यात्मिक, पारिवारिक जीवन में समस्या आती है.
  • शनि के सातवें घर में कमजोर होने पर वैवाहिक जीवन प्रभावित रहता है.
  • यदि शनि दसवें घर में अशुभ है, तो जातक को अत्यधिक परिश्रम करना पड़ता है और उसका करियर भी समाप्त हो सकता है.

यह भी पढ़ें – कुंडली के शुभ योग: हंस योग के जातक खाने के शौकीन, दिखने में होते हैं आकर्षक, ऐसा होता है प्रभाव

शश योग के फायदे

-जिस व्यक्ति की कुंडली में शश योग होता है उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है और वे बड़ी बीमारी से उबरने में सक्षम होते हैं.

-ऐसे व्यक्ति दीर्घायु होते हैं.
-ऐसे जातक बहुत व्यावहारिक होते हैं.
-शश योग के जातक आवश्यकतानुसार बात करते हैं.
-ये बहुत ज्ञानी होते हैं और कई रहस्यों से पर्दा उठाते हैं.
-शश योग के जातक राजनीतिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयां प्राप्त करते हैं.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)

READ More...  Aaj Ka Rashifal: मकर राशि वाले महिला मित्र से रहें सावधान, कुंभ और मीन वाले संभलकर करें लेन-देन