
पटना. बिहार में शराबबंदी है. शराब के इस्तेमाल को रोकने के लिए प्रदेश में सख्त कानून भी बनाया गया है. इसके बावजूद शराब तस्कर पुलिस-प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर बिहार में दारू खपाने की जुगत में लगे रहते हैं. ऐसे ही शराब माफिया में एक है हरियाणा निवासी कमल सिंह. अरबपति शराब माफिया पर बिहार में कई केस दर्ज हैं. पुलिस लगातार कमल सिंह की तलाश में जुटी रहती है. कमल सिंह को दो बार पकड़ा गया और वह दोनों बार पुलिस की गिरफ्त से छूटकर भागने में सफल रहा. कमल सिंह के दोबारा से पुलिस गिरफ्त से भागने के बाद दो राज्यों की पुलिस आमने-सामने है. बिहार और दिल्ली पुलिस इसको लेकर एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
हरियाणा के अरबपति शराब माफिया कमल सिंह की दोबारा फरारी का मामला तूलल पकड़ता जा रहा है. पटना और दिल्ली पुलिस इस बड़े शराब माफिया के फरार होने को लेकर आमने-सामने आ गई है. पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि दिल्ली पुलिस की गिरफ्त से ही यह शराब माफिया कमल सिंह दोबारा भागने में कामयाब रहा. वहीं, दिल्ली पुलिस की ACP अमृता गुगुलोथ का दावा है कि कमल सिंह पटना के होमगार्ड जवान हृदय नारायण यादव को धक्का देकर भागने में सफल रहा. होमगार्ड के बयान पर नई दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में कमल सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
दिल्ली पुलिस का दावा
दिल्ली पुलिस का दावा है कि इंटरस्टेट सेल की टीम ने पटना पुलिस की सूचना पर चाणक्यपुरी थाने से कमल सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. उसे सेल के कार्यालय में रखा गया था. सूचना मिलने के बाद पटना के पीरबहोर थाने के एसआई अमरेंद्र कुमार के साथ सिपाही और होमगार्ड के जवान दिल्ली पहुंचे थे. पटना पुलिस की टीम ने कमल सिंह को पटियाला कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड भी ले लिया था. रविवार 10 बजे दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कमल को पटना पुलिस को सौंप दिया था. पटना के तीनों पुलिसकर्मी को कमल सिंह को लेकर रात में बिहार के लिए रवाना होना था. सब इंस्पेक्टर और सिपाही क्राइम ब्रांच दफ्तर के बाहर खड़ी गाड़ी में जाकर बैठ गए थे. दिल्ली पुलिस का कहना है कि पीछे से होमगार्ड जवान कमल सिंह को लेकर आ रहा था, शराब माफिया होमगार्ड के जवान को धक्का देकर फरार हो गया. होमगार्ड जवान की शिकायत पर चाणक्यपुरी थाने में केस दर्ज कर लिया गया है.
शराबबंदी का सच: JDU नेता के भाई ने पुलिस को दी तस्करों की सूचना तो घर में घुसकर हत्या
कमल सिंह पर आरोप
दरअसल, साल 2021 में पटना के बाइपास थाने के बगल में शराब के बड़े गोदाम मिलने के मामले में कमल सिंह की संलिप्तता सामने आई थी. उसकी संलिप्तता उजागर होने के बाद बिहार पुलिस के मद्यनिषेध विभाग की टीम उसे हरियाणा से गिरफ्तार किया था. पुलिस सूत्रों की मानें तो पहली बार पकड़े जाने पर कमल सिंह रिहा करने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए की पेशकश की थी. हालांकि, उसे जेल भेज दिया गया था. कमल सिंह पर राजधानी पटना के अलावा नालंदा समेत कई जिलों में 10 संगीन केस दर्ज हैं.
इलाज के दौरान हुआ था फरार
कमल सिंह हरियाणा के रोहतक जिले के शिवाजी कॉलोनी का रहने वाला बताया जाता है. कमल को 9 अप्रैल को पेट दर्द की शिकायत पर इलाज के लिए PMCH लाया गया था, तभी वह फरार हो गया था. उसे भगाने में मदद करने के आरोपी दीपक नामक एक व्यक्ति का पर्स गिर गया था. उसकी पहचान के बाद पटना पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. दीपक के अलावा अमन सिंह और मिथिलेश सिंह भी कमल सिंह को भगाने में शामिल थे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Liquor Ban, Patna News Update
FIRST PUBLISHED : June 15, 2022, 07:59 IST
Article Credite: Original Source(, All rights reserve)