कुछ दिन पहले दक्षिण कोरिया (South Karea) से कम से कम तीन बार गुब्बारों के जरिए उत्तर कोरिया में कोविड-19 की दवाएं (Sending Covid-19 Medicines through Balloons) भेजी गईं. इस गतिविधि ने दोनों देशों के बीच एक विवाद पैदा कर दिया है. उत्तर कोरिया के तानाशाही शासकों (North Korean Dictators) ने आरोप लगाया है कि इन्हीं गतिविधियों की वजह से ही उत्तर कोरिया में कोविड-19 महामारी फैल रही है. वहीं दक्षिण कोरिया में स्थित उत्तर कोरिया के बागियों ने भी इन आरोपों का खारिज कर दिया है. आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला बताता है कि मामला कोविड-19 की दवा पहुंचाने का ही नहीं है.
बढ़ा सकता है तनाव
यह विवादकोविड-19 से महामारी के जूझने के प्रयास की जगह दोनों देशों के बीच पहले से चल रहे तनाव का हिस्सा बनता दिख रहा है. इस अब दोनों देशों के एकीकरण के लिए चल रही मुहिम पर भी असर हो रहा है. इस मामले में वैसे दो सियोल सरकार सीधी दखलंदाजी से बच रहा है, लेकिन उत्तर कोरिया ने जिस तरह से आपत्ति जताई है.
आरोपों को खारिज
यह देखने वाली बात होगी कि सियोल किस तरह से इससे निपटता है. डीडब्ल्यू की रिपोर्ट में मुक्त उत्तर कोरिया के लिए लड़ने वाले सेनानियों की संस्थापक का कहना है कि पियोंगयांग की यह दावा का इन दवाओं की वजह से उत्तर कोरिया में कोविड महामारी फैल रही है बिलकुल बकवास है. उनके मुताबिक यह केवल उत्तर कोरिया केशासन की महामारी से निपटने को लेकर हुई नाकामी और अक्षमता से लोगों ध्यान हटाने का प्रयास है.
उत्तर कोरिया में कोविड के मामले
उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने देश में पहले कोविड का मामला 12 मई को स्वीकर किया था. यह मामला दुनिया में कोविड-19 की फैलने के कारण उत्तर और दक्षिण कोरिया की सीमाएं सील करने के दो साल बाद आया है. उसके बाद से ही 2.5 करोड़ मामलों की रिपोर्ट हो चुकी है, हालांकि कुछ मरीजों को आधिकारिक तौर पर कोविड पॉजिटिव घोषित किए गए थे.

कोविड महामारी फैलने के बाद उत्तर कोरिया (North korea) ने दो साल पहले ही अपन सीमाएं सील कर दी थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
नए मामले और मौत
19 मई को राज्य की मीडिया ने बताया कि अज्ञात बुखार के 262270 नए मामले आए हैं जिसमें एक की मौत भी हो गई है जिससे आधिकारिक मौतों का आंकड़ा 63 हो गया है. 15 मई तक पियोंगयांग में ही 240459 मरीजों का किसी वायरस से इलाज किया गया था. जो शहर की जनसंख्या का 7 प्रतिशत था.
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महामारी का स्रोत
पियोंगयांग का कहना है कि अप्रैल के अंत से 47.7 लाख बुखार के मरीज (99.98 प्रतिशत) पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं. एक जुलाई को उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने ऐलान किया कि उन्होंने महामारी के स्रोत का पता लगा लिया है. यह कोरिया प्रायद्वीप की डिमिलिट्राइज्ड जोन के 10 किलोमीटर के उत्तर में स्थित इफो-री नाम का छोटा सा गांव है.

उत्तर कोरिया (North Korea) में पिछले दो महीनों में कोविड-19 संक्रमण तेजी से बढ़ने की खबरें आई हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
गुब्बारों से संक्रमण?
उत्तर कोरिया की मीडिया का कहना है कि देश में कोविड-19 महामारी फैलने का कारण दक्षिण से हवाके द्वारा आई अजनबी चीज है जो दक्षिणी सीमा का पास उतरी थी कोरियाई सेंट्रल न्यूज एंजेंसी का कहना है कि यह महामारी 18 साल के सैनिक और 5 साल के एक बच्चे से फैली जो सीमा के पास उन वस्तुओं के संपर्क में आए थे. माना जा रहा है कि यह अजनबी वस्तुएं दक्षिण में सीमा पार से भेजे गए गुब्बारे हैं.
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जहां विशेषज्ञों का कहना है कि गुब्बारों से महामारी नहीं फैल सकती वहीं फिटर्स फॉर अ फ्री नॉर्थ कोरिया के संस्थापक और 22 साल पहले उत्तर से भागे 54 साल के पार्क सांग हक का कहना है कि उन्होंने अप्रैल से पहले गुब्बारे नहीं भेजे थे, लेकिन अब वे इस तरह के और भी गुब्बारे भेजेंगे. इन गुब्बारों में दवाओं के साथ फेस मास्क और उत्तर कोरिया में वायरस संबंधी जानकारी वाले पर्चे भी थे. इन पर्चों में तानाशाह किम जोंग उन की आलोचना की गई थी. पार्क का कहना है कि वे लोगों को उत्तर कोरिया में महामारी की सच्चाई लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
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Tags: COVID 19, North Korea, Research, South korea, World
FIRST PUBLISHED : July 19, 2022, 09:26 IST
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