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अहमदाबाद. गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की घोषणा करने वाले इंडियन माइनिंग ग्रुप वेदांता (Vedanta) और ताइवान की मैन्युफैक्चरिंग कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) के गठजोड़ ने प्लांट की संभावित जगहों के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञों को नियुक्त किया है. गुजरात के विज्ञान और टेक्नोलॉजी विभाग के सचिव विजय नेहरा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अगले दो सप्ताह में इस प्रस्तावित प्लांट की जगह को अंतिम रूप दिया जा सकता है.

नेहरा ने कहा कि अब तक इस ज्वाइंट वेंचर कंपनी ने प्लांट की जगह को अंतिम रूप से तय नहीं किया है. दरअसल, राज्य में सेमीकंडक्टर और एक डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट स्थापित करने के लिए तकनीकी पहलुओं, कमर्शियल वायबलिटी और संपर्क सुविधा के आधार पर गुजरात में विभिन्न स्थानों का मूल्यांकन किया जा रहा है.

गुजरात सरकार के साथ 14 सितंबर को एमओयू पर हस्ताक्षर
भारत में अब तक के सबसे बड़े कॉरपोरेट निवेश के तहत वेदांता और फॉक्सकॉन के ज्वाइंट वेंचर ने गुजरात सरकार के साथ 14 सितंबर को एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे इसके तहत प्लांट की स्थापना पर करीब 1,54,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.

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राज्य सरकार की ओर से एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले नेहरा ने कहा, ”वेदांता और फॉक्सकॉन ने क्षेत्र के विशेषज्ञों को नियुक्त किया है, जो संयंत्र के लिए संभावित जगहों का मूल्यांकन कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने दिसंबर 2021 में जब ‘इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन’ की घोषणा की थी तभी से उन्होंने यहां संभावनाएं तलाशनी शुरू कर दी थीं. भारत में विभिन्न राज्यों के बीच गुजरात को प्लांट के लिए चुना गया है.”

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स्थान का चयन करते समय कई छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखने की जरूरत
नेहरा ने कहा कि प्रवर्तक अब विभिन्न तकनीकी पहलुओं, कमर्शियल वायबलिटी, संपर्क और उपयोगिता की दृष्टि से गुजरात में स्थानों का मूल्यांकन कर रहे हैं. अगले 2 हफ्तों में स्थान को अंतिम रूप दिया जा सकता है. उन्होंने कहा, ”स्थान का चयन करते समय कई छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है. मसलन, आसपास रेलमार्ग होने पर ट्रेनों की आवाजाही से कंपन होने पर प्रोडक्शन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है. इस प्लांट के पास किसी भी तरह का कंपन नहीं होना चाहिए. इसके अलावा साल में एक सेकंड के लिए भी बिजली कटौती होने पर करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है.”

गुजरात सरकार द्वारा इस साल जुलाई में घोषित ‘गुजरात सेमीकंडक्टर नीति 2022-27’ के तहत वेदातां-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट को भारी सब्सिडी और प्रोत्साहन मिलने की संभावना है. इसमें भूमि खरीद पर शून्य स्टांप शुल्क और पानी तथा बिजली पर सब्सिडी भी शामिल है.

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