e0a498e0a4b0e0a587e0a4b2e0a582 e0a4a4e0a587e0a4b2 e0a4b0e0a4bfe0a4abe0a4bee0a487e0a4a8e0a4b0e0a4bfe0a4afe0a58be0a482 e0a4aae0a4b0
e0a498e0a4b0e0a587e0a4b2e0a582 e0a4a4e0a587e0a4b2 e0a4b0e0a4bfe0a4abe0a4bee0a487e0a4a8e0a4b0e0a4bfe0a4afe0a58be0a482 e0a4aae0a4b0 1

हाइलाइट्स

सरकार जल्द ही घरेलू तेल रिफाइनरों पर विंडफाल गेन टैक्स में संशोधन कर सकती है.
कच्चे तेल पर उपकर, डीजल और एटीएफ पर निर्यात शुल्क में और कटौती की जा सकती है.
भारत ने पहली बार 1 जुलाई को लगाया था विंडफाल टैक्स.

नई दिल्ली. केंद्र सरकार जल्द ही घरेलू तेल रिफाइनरों पर विंडफाल गेन टैक्स में संशोधन कर सकती है. सीएनबीसी-टीवी18 ने 29 सितंबर को सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी. 16 सितंबर को वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक सर्कुलर के अनुसार, सरकार ने स्थानीय रूप से उत्पादित कच्चे तेल पर अपनी पांचवीं पाक्षिक समीक्षा के बाद 13,000 रुपये प्रति टन से घटाकर 10,500 रुपये कर दिया. इसके अतिरिक्त, इसने डीजल और एटीएफ के निर्यात टैक्स को भी कम कर दिया है.

सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल पर उपकर, डीजल और एटीएफ पर निर्यात शुल्क में और कटौती की जा सकती है. सूत्रों के हवाले से दी गई खबर के अनुसार, पेट्रोलियम मंत्रालय ने पिछले एक पखवाड़े में वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आंकड़े राजस्व विभाग को सौंपे हैं.

ये भी पढ़ें: डॉलर के मुकाबले रसातल में रुपया, नितिन कामथ बोले- 82 का लेवल इतना खराब नहीं, बताई इसकी वजह

भारत में पहली बार कब लगा था विंडफाल टैक्स
भारत ने पहली बार 1 जुलाई को विंडफाल टैक्स लगाया था. इसके बाद भारत भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया, जो एनर्जी के क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों के असाधारण मुनाफे पर कर लगाते हैं. लेकिन तब से अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें ठंडी हो गई हैं, जिससे तेल उत्पादकों और रिफाइनर दोनों के लाभ मार्जिन में कमी आई है.

READ More...  Alibaba ने उड़ाए Paytm के तोते! बल्‍क डील में बेचे 2 करोड़ शेयर, भाव 6 फीसदी टूटा

1 जुलाई को पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपये प्रति लीटर (12 डॉलर प्रति बैरल) का निर्यात शुल्क लगाया गया था और डीजल के निर्यात पर 13 रुपये प्रति लीटर (26 डॉलर प्रति बैरल) टैक्स लगाया गया था. घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन (40 डॉलर प्रति बैरल) पर 23,250 रुपये प्रति टन का विंडफाल टैक्स भी लगा था. 20 जुलाई, 2 अगस्त, 19 अगस्त, 1 सितंबर और 16 सितंबर को पिछले 4 दौर में आंशिक रूप से इन टैक्सेज़ को एडजस्ट किया गया है.

क्या है विंडफाल टैक्स
विंडफॉल टैक्स ऐसी स्थितियों में लगाया जाता है जब किसी कंपनियों या सेक्टर को अचानक बेहद ऊंचा मुनाफा होता है. इस टैक्स में लगातार बदलाव किया जाता है. स्थितियां सामान्य होते ही इन्हें वापस ले लिया जाता है. बीते एक साल में कच्चे तेल की कीमतों में काफी तेज उछाल देखने को मिला है. कीमतों में लगातार तेजी से कंपनियों को रिफाइन किये गए उत्पादों और क्रूड की बिक्री पर तेज फायदा हुआ है इस वजह से टैक्स लगाया गया.

Tags: Business news, Business news in hindi, Crude oil, Modi government

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)