e0a49ae0a580e0a4a8 e0a4a8e0a587 e0a4ace0a4bfe0a4a8e0a4be e0a4a4e0a587e0a4b2 e0a4ace0a4bfe0a49ce0a4b2e0a580 e0a495e0a587 e0a4a6e0a58c
e0a49ae0a580e0a4a8 e0a4a8e0a587 e0a4ace0a4bfe0a4a8e0a4be e0a4a4e0a587e0a4b2 e0a4ace0a4bfe0a49ce0a4b2e0a580 e0a495e0a587 e0a4a6e0a58c 1

हाइलाइट्स

यह ट्रेन एक बार में 373 मील यानी 600 किमी तक चल सकती है.
यह ट्रेन 5G टेक्नोलॉजी और एडवांस सेल्फ ड्राइविंग सिस्टम से लैस है.
भारत में ही ऐसी हाइड्रोजन ट्रेन बहुत जल्द पटरी पर उतर सकती है.

Hydrogen Train: दुनिया के सबसे बड़े रेल निर्माता चीन ने बिना तेल और बिजली के चलने वाली ट्रेन बना दी है. यह ट्रेन हाइड्रोजन फ्यूल बैटरी से चलती है. इसका कार्बन उत्सर्जन जीरो है. खास बात यह है कि यह दुनिया की पहले सबसे फास्ट हाइड्रोजन ट्रेन है. इसकी रफ्तार 100 मील प्रति घंटा यानी 160 किमी प्रति घंटा है.

इस ट्रेन को चीन की सरकारी कंपनी मोनोलिथ सीआरआरसी और चेंगदू रेल ट्रांजिट ने मिलकर विकसित किया है. यह चीन की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेन भी है. यह एक बार में 373 मील यानी 600 किमी तक चल सकती है. मजेदार बात यह है कि इसके चलने पर प्रदूषण की जगह पानी बाहर आता है. यह ट्रेन 5G टेक्नोलॉजी, ऑटोमेटिक वेक-अप, स्टार्ट और सेल्फ ड्राइविंग सिस्टम से लैस है.

ये भी पढ़ें- आज भी रेलवे ने रद्द की 304 ट्रेनें, कौन सी गाड़ी हुई कैंसिल और किसका बदला रूट, चेक करें पूरी लिस्‍ट

जर्मनी की ट्रेन भी पीछे नहीं
जर्मनी इस तरह की हाइड्रोजन ट्रेन बनाने में आगे है. यहां पिछले साल से लगभग 14 हाइड्रोजन एल्सटॉम ट्रेनें पहले से ही चल रही हैं. चीन की हाइड्रोजन ट्रेन रफ्तार में जर्मन हाइड्रोजन ट्रेनों से आगे हैं. इनकी स्पीड सिर्फ 20 किमी प्रति घंटा है. हालांकि, रेंज के मामले में जर्मनी की ट्रेन बाजी मारती हैं. ट्रेन एक बार फ्यूल भरने पर 1,000 किमी तक चल सकती है.

READ More...  बेटे ने रचा ऐसा ड्रामा, जमीन बेचने को मजबूर हो गया बूढ़ा बाप, अच्छा रहा पुलिस ने टाइम रहते किया खुलासा

ये भी पढ़ें-  5 स्टार होटल से कम नहीं रेलवे का ‘कोच सैलून’, AC फर्स्ट कोच भी इसके सामने फीका

चीन में सबसे ज्यादा हाइड्रोजन स्टेशन
दिलचस्प बात ये भी है कि जापान और कोरिया दुनिया के दो ऐसे देश हैं, जो परिवहन समाधान के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन पर जोर ज्यादा जोर दे रहे हैं. नए आंकड़े बताते हैं कि दुनिया के सबसे ज्यादा हाइड्रोजन फ्यूल स्टेशन चीन में हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुनिया में केवल 1,000 से अधिक हाइड्रोजन स्टेशन हैं और उनमें से लगभग एक-तिहाई चीन में हैं.

भारत में कब से चलेंगी हाइड्रोजन ट्रेन
चीन में एशिया की पहली हाइड्रोजन ट्रेन शुरू होने के बाद भारत में ही ऐसी ट्रेन जल्द ही पटरी पर उतर सकती है. हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दोहराया कि भारतीय रेलवे दिसंबर 2023 तक स्वदेशी हाइड्रोजन ट्रेनों को चालू करेगा. इससे पहले भी कई बार मंत्री ने समयरेखा की पुष्टि की थी.  पहली बार उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन ट्रेन दिसंबर तक अपने नैरो गेज मार्गों पर चलेगी. इन ट्रेनों को चीन और जर्मनी की तर्ज पर बनाया जाएगा.

Tags: AC Trains, Ashwini Vaishnaw, Bullet train, Bullet Train Project, China, Indian railway, Indian Railway news, Indian Railways, Japan, New train, Train, Train ticket

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)