
पटना. पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बयानों से अक्सर सियासी बखेड़ा हो जाता है. अब उनके दिए ताजा बयान से एक बार फिर बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में बवाल होने का अंदेशा है. रविवार को किशनगंज (Kishanganj) में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि सभी को ऐसा लगता है कि नीतीश सरकार (Nitish Government) उनके दम पर ही चल रही है. लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे पास केवल चार विधायक हैं, अगर चारों विधायकों को हटा भी दिया जाए तो भी नीतीश सरकार के पास दो अतिरिक्त विधायक मौजूद हैं. मांझी ने कहा कि यदि उनके पास अगर दस विधायकों की संख्या होती तो वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हर काम करवा लेते.
उन्होंने नीतीश कुमार को पीएम मैटीरियल बताते हुए कहा कि उनमें प्रधानमंत्री बनने की काबिलियत है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार में जातीय हिंसा नहीं हुई. जबकि लालू यादव के शासनकाल में सूबे में जातीय हिंसा होती थी.
समय-समय पर सरकार से अपनी पार्टी के लिए डिमांड करते रहते
दरअसल जीतन राम मांझी समय-समय पर सरकार से अपनी पार्टी के लिए डिमांड करते रहते हैं. चाहे वो बिहार विधान परिषद की सीट हो या फिर कुछ और. उनकी मांगों के विषय पर पूछने पर सीएम नीतीश कुमार अपनी प्रतिक्रिया में इतना भर कहते हैं कि हर पार्टी को अपनी मांग रखने का अधिकार है, इसलिए कोई जितना मर्जी उतनी मांग रख सकता है. यह उसका हक है.
बिहार विधान परिषद के सात सीटों पर चुनाव होना है. माना जा रहा है कि जीतन राम मांझी सीट बंटवारे को लेकर लगातार बयान दे रहे हैं. हालांकि उन्होंने अब नीतीश कुमार के समर्थन में और लालू यादव के विरोध में बयान देकर अपनी ओर से स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है.
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Tags: Bihar News in hindi, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Jitan ram Manjhi
FIRST PUBLISHED : June 05, 2022, 21:09 IST
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