
नई दिल्ली. एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ऑफ इंडिया यानी एआरसीआईएल (ARCIL) और सेर्बरस कैपिटल (Cerberus Capital) के एक कंसोर्शियम ने प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक (YES Bank) के 48,000 करोड़ रुपये के बैड लोन को खरीदने की रेस से पीछे हटने का फैसला किया है. दोनों ने एसेट रिस्ट्रक्चरिंग कंपनी जेसी फ्लावर्स (JC Flowers) के ऑफर के जवाब में काउंटर बोलियां नहीं जमा की है. इकोनॉमिक टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है.
एआरसीआईएल और सेर्बरस कैपिटल के कंसोर्शियम के पीछे हटने के बाद अब उम्मीद की जाती है कि यस बैंक जल्द ही जेसी फ्लावर्स को विजेता घोषित करेगा और अपना 48,000 करोड़ का बैड लोन उसे ट्रांसफर कर देगा. ट्रांसफर पूरा होने के बाद बैंक के बैलेंस शीट में लगभग जीरो बैड लोन होगा.
क्या होता है बैड लोन
अगर लोन का रीपेमेंट देनदार और लेनदार के मध्य पूर्व सहमति से किए गए समझौते के अनुरूप नहीं किया जाता और जिनका पेमेंट कभी नहीं होता, उन्हें बैड लोन (Bad Loan) कहा जाता है. जिस लोन में ग्राहक को ब्याज के अलावा पैसा चुकता करने पड़े या ग्राहक लोन समयानुसार न चुकाता हो, तो ऐसे लोन को बैड लोन कहते हैं.
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Tags: Bad loan, Bank Loan, Yes Bank
FIRST PUBLISHED : September 09, 2022, 21:24 IST
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