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नई दिल्ली. देश के 7 प्रमुख शहरों में सितंबर के दौरान सभी श्रेणियों की इमारतों में पट्टे पर ऑफिस की कुल मांग सालाना आधार पर 37 फीसदी बढ़कर 63 लाख वर्ग फुट हो गई. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट फर्म जेएलएल इंडिया (JLL India) की रिपोर्ट में यह बात कही गई है.

पट्टे पर ऑफिस की मांग में मजबूती के कारण गतिविधियों में तेजी
रिपोर्ट के मुताबिक, पट्टे पर ऑफिस की मांग में मजबूती के कारण गतिविधियों में तेजी आई है. यह रिपोर्ट देश के 7 प्रमुख शहरों (दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता) में सभी श्रेणी की इमारतों में पट्टे पर ऑफिस लेने की गतिविधियों को बताती है.

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सितंबर 2021 में ऑफिस के लिए जगह देने की गतिविधियां 46 लाख वर्गफुट थी
जेएलएल के मुताबिक, सितंबर 2021 के दौरान पट्टे पर ऑफिस के लिए जगह देने की गतिविधियां 46 लाख वर्गफुट और इस साल अगस्त में 39 लाख वर्गफुट थी. इन आंकड़ों में प्री-कमिटमेंट की पुष्टि और टर्म रिन्यूअल शामिल हैं. डिस्कशन स्टेज में हुए डील्स को इसमें शामिल नहीं किया गया हैं.

बढ़ रही है ऑफिस ऑक्यूपेंसी
रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2022 के दौरान पट्टे पर ऑफिस देने संबंधी गतिविधियों में तीन-चौथाई हिस्सा मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और पुणे जैसे तीन शहरों का रहा. जेएलएल इंडिया के चीफ इकोनॉमिस्ट और रिसर्च हेड सामंतक दास ने कहा कि ऑफिस ऑक्यूपेंसी बढ़ रही है और इसलिए मांग मजबूत है.

जेएलएल इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च तिमाही के अंत में भारत का ऑफिस ग्रेड ए (प्रीमियम) स्टॉक 73.2 करोड़ वर्ग फुट था. अन्य ग्रेड के ऑफिस स्टॉक 37 करोड़ वर्ग फुट थे. इस तरह कुल स्टॉक लगभग 1.1 अरब वर्ग फुट था.

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