
नई दिल्ली: किसान गणतंत्र दिवस परेड (Kisan Republic Day Parade) के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पैरामिलिट्री फोर्सेस (Paramilitary forces) की 15 कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया है। स्थिति संभालने के लिए पैरामिलिट्री फोर्सेस यह कंपनियां दिल्ली पुलिस की मदद करेंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार दिल्ली में किसानों की हिंसा पर नजर बनाए हुए है। गृह मंत्रालय ने अमित शाह की अध्यक्षता में हाई लेवल बैठक भी की।
पूरी अपडेट ले रहे हैं गृह मंत्री अमित शाह
बैठक में अधिकारियों ने दिल्ली उपद्रव पर गृह मंत्री अमित शाह को अपडेट दिया। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने दिल्ली की पूरी स्थिति के बारे में गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी। गृह मंत्री अमित शाह लगातार हालातों पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। दिल्ली-एनसीआर में कई इलाकों में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर कई इलाकों में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है। गृह मंत्रालय (MHA) ने इसकी जानकारी दी है।
कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित
गृह मंत्रालय (MHA) ने जानकारी देते हुए बताया कि सिंघू, गाजीपुर, टिकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और उनके आस-पास के क्षेत्रों में आज रात 11:59 PM तक इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी। दिल्ली मेट्रो ग्रे लाइन पर सभी स्टेशनों के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं। जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश / निकास द्वार बंद हैं। दिलशाद गार्डन, झिलमिल और मानसरोवर पार्क मेट्रो स्टेशन के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा का बयान
दिल्ली में हुई हिंसा (Farmers violence) को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की। प्रेस विज्ञप्ति में संयुक्त किसान मोर्चा ने लिखा, “आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं। हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा करते हैं और खेद जताते हैं, जो आज घटित हुई हैं तथा इस तरह के कृत्यों में लिप्त लोगों से हम खुद को अलग करते हैं।”
कुछ संगठनों और लोगों ने किया निंदनीय कृत्य
संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे लिखा, “हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और लोगों ने मार्ग का उल्लंघन किया और निंदनीय कृत्यों (Farmers violence) में लिप्त रहे। असामाजिक तत्वों (Anti-social elements) ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और कोई भी उल्लंघन आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा।”
क्यों हुई हिंसा?
प्रेस विज्ञप्ति में आगे लिखा गया, “6 महीने से अधिक समय तक लंबा संघर्ष और दिल्ली की सीमाओं पर 60 दिनों से अधिक का विरोध प्रदर्शन भी इस स्थिति का कारण बना।” संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा, “हम अपने आप को ऐसे सभी तत्वों से अलग करते हैं, जिन्होंने हमारे अनुशासन का उल्लंघन किया है।”
संयुक्त किसान मोर्चा की अपील
संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे लिखा, “हम परेड के मार्ग और मानदंडों पर दृढ़ता से चलने के लिए सभी से अपील करते हैं और किसी भी हिंसक कार्रवाई या राष्ट्रीय प्रतीकों और गरिमा को प्रभावित करने वाली किसी भी चीज़ में लिप्त नहीं हो। हम सभी से अपील करते हैं कि वे ऐसे किसी भी कृत्य से दूर रहें।”
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