
नोएडा. सुपरटेक (Supertech) की एमरॉल्ड योजना के तहत एपेक्स और सियान ट्विन टावर (Twin Tower) बनाए गए थे. लेकिन बीते साल एक लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इन्हें अवैध घोषित कर दिया. टावर को गिराने के आदेश जारी कर दिए गए. अब एक विदेशी प्राइवेट कंपनी के साथ मिलकर बिल्डर टावर को गिराने में लगा हुआ है. ट्विन टावर सैकड़ों किलो विस्फोटक लगाकर गिराए जाएंगे. विस्फोट (Explosive) से टावर का मलबा इधर-उधर न गिरे इसके लिए लोहे की दीवार खड़ी की जा रही है. ट्विन टावर के बराबर में ही दूसरे और टावर बने हैं जिसमे एक बड़ी आबादी रहती है. इसी के चलते जीओ फाइबर (Jio Fiber) क्लाथ का जाल भी लगाया जाएगा.
ऐसे खड़ी की जाएगी 30 मीटर ऊंची लोहे की दीवार
एडिफिस कंपनी ट्विन टावर को तोड़ने का काम कर रही है. लेकिन जब सैकड़ों किलो विस्फोटक लगाकर टावर को गिराया जाएगा तो उसका मलबा यहां-वहां न जाए, इसके लिए कंपनी कई पाइंट पर काम कर रही है. ट्विन टावर के चारों ओर कंपनी जीओ फाइबर क्लाथ का जाल लगा रही है. लेकिन भारी और बड़़े मलबे को रोकने के लिए जाल से पहले लोहे के कंटेनर से दीवार बनाकर खड़ी करने की तैयारी चल रही है.
एक के ऊपर एक कंटेनर रखकर 30 मीटर ऊंची दीवार खड़ी की जाएगी. मलबे की धूल भी आसपास न जाए इसके लिए कई बड़ी-बड़ी मशीनों से पानी का छिड़काव किया जाएगा. चर्चा तो हेलीकॉप्टर से पानी का छिड़काव कराए जाने की भी है, लेकिन इस बारे में कोई बोलने को तैयार नहीं है.
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21 अगस्त को ऐसे गिराए जाएंगे सुपरटेक के ट्विन टावर
बिल्डिंग गिराने के लिए बीम और कॉलम में विस्फोटक भरे जाते हैं. कॉलम और बीम को वी शेप में काटा जाता है. फिर उसके अंदर विस्फोटक की छड़ रख दी जाती है. विस्फोटक ग्राउंड फ्लोर से लेकर 1 और 2 फ्लोर तक तो लगातार विस्फोटक रखा जाता है. लेकिन उसके बाद 4-4 फ्लोर का गैप देकर जैसे दूसरे के बाद 6 पर और 6 क बाद 10, 14, 18 और 22वें जानकारों की मानें तो किसी भी हाईराइज बिल्डिंग को गिराने के लिए उसके कॉलम और बीम में फ्लोर पर विस्फोटक भरा जाएगा. सूत्रों की मानें तो इसके लिए पूरी बिल्डिंग में करीब 7 हजार छेद किए जाएंगे. जानकारों का कहना है कि 21 अगस्त को टावर गिरा दिए जाएंगे.
ट्विन टावर गिराने से पहले कंपनी कर रही है यह 6 बड़े काम
ट्विन टावर के आसपास मौजूद कुछ टावर्स का 100 करोड़ रुपये का बीमा कराया गया है.
ट्विन टावर के नीचे से जा रही गैस पाइप लाइन से पहले लोहे का जाल बिछाया जा रहा है.
जीओ फाइबर क्लाथ का जाल लगाया जाएगा. इससे तेज आवाज और धूल दूसरे टावर्स तक नहीं जाएगी.
आसपास के टावर्स की वाइब्रेशन क्षमता और विस्फोट के वाइब्रेशन की जांच की गई है.
धूल के गुबार से बचाने के लिए फायर टेंडर और हेलीकॉप्टर से पानी छिड़कने में मदद ली जा सकती है.
21 अगस्त को विस्फोट वाले दिन एमरॉल्ड टावर खाली कराने के साथ पार्किंग भी खाली कराई जाएंगी.
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Tags: Explosion, Noida Authority, Supertech twin tower, Supreme Court
FIRST PUBLISHED : June 20, 2022, 09:26 IST
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