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हाइलाइट्स

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की असम यात्रा रही बेहद खास
बाढ़ आपदा से बचने और बांधों के निर्माण पर रहा जोर
निजी निवेश को आकर्षित करने जैसे बिंदुओं पर की चर्चा

प्रीति प्रियदर्शिनी

गुवाहाटी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की तीन दिवसीय असम (Assam) यात्रा कई मायनों में महत्‍वपूर्ण रही. यह यात्रा नार्थ ईस्‍ट में भारतीय जनता पार्टी (BJP)  के सबसे बड़े मुख्‍यालय का उद्घाटन करने से लेकर कार्यकर्ताओं और अधिकारियों को संबोधित करने तक पूरी तरह पॉवर पैक्‍ड रही. इस यात्रा में बाढ़, आपदा, बांधों के निर्माण, प्राकृतिक जलाशयों को बनाए रखने और निजी निवेश को आकर्षित करने जैसी अत्‍यंत अहम पहलुओं पर चर्चा भी हुई.

अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों (सीएम) और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) के साथ इन मुद्दों पर बैठक की. उन्‍होंने राज्य और नार्थ ईस्‍ट में नशीली दवाओं की स्थिति की भी समीक्षा की. अमित शाह ने पीटीसी दरगांव में सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक के साथ राज्य में अपराध पर विस्तृत चर्चा की. इसके अलावा, अमित शाह ने गुवाहाटी में पूर्वोत्तर परिषद की 70वीं पूर्ण बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बाढ़ नियंत्रण, पर्यटन, वनीकरण और कृषि के लिए एनईएसएसी का पूरा उपयोग करने का आग्रह किया.

अपनी पहली मीटिंग में शाह ने इस बात पर जोर दिया कि यदि असम को और विकसित करना है और महत्वपूर्ण निजी निवेश आकर्षित करना है, तो बाढ़ से सुरक्षा महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि राज्य को एक दीर्घकालिक योजना के साथ आना चाहिए, जो आने वाले दशकों के लिए बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करेगी और केवल अल्पकालिक उपायों पर ध्यान नहीं देगी. कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने गुवाहाटी में पूर्वोत्तर परिषद की 70वीं पूर्ण बैठक में भाग लिया.  शाह ने कहा कि भारत सरकार ने पिछले आठ वर्षों में पूर्वोत्तर में शांति लाने, संपर्क बढ़ाने और क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देने के प्रयास किए हैं.

अमित शाह ने जोर देकर कहा कि असम सरकार को राज्य में आर्द्रभूमि (wetlands) की रक्षा और कायाकल्प करने और उनकी धारण क्षमता बढ़ाने के लिए एक ठोस कार्य योजना के साथ आना चाहिए ताकि वे बाढ़ के दौरान भंडारण जलाशयों के रूप में भी कार्य कर सकें. उन्होंने कहा कि राज्य को जलाशयों के संरक्षण के लिए कानून बनाने और इसे लागू करने के लिए एक तंत्र बनाने सहित सभी कदम उठाने चाहिए.

अमित शाह ने कहा कि जल शक्ति, बिजली मंत्रालय और राज्य के साथ जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी ताकि बाढ़ को कम करने के लिए अरुणाचल प्रदेश में जलविद्युत परियोजनाओं के साथ-साथ अधिक बाढ़ नियंत्रण भंडारण जलाशयों को शामिल करने के उपायों पर विचार किया जा सके. इस क्षेत्र में नशीले पदार्थों की तस्करी के बारे में बोलते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “2014-2022 में, भारत में 20,000 करोड़ रुपये की ड्रग्‍स जलाई गईं, जबकि भारत की आजादी के 75 साल मनाने के लिए हमने 75,000 किलोग्राम जलाने का लक्ष्य रखा था. हम और काम कर रहे हैं. दो पड़ोसी देशों, पाकिस्तान और म्यांमार, पूरी तरह से ड्रग्स में शामिल होने के बावजूद, हम अपने मिशन में सफल रहे हैं. म्यांमार से नदियों के जरिए हेरोइन और मैथ की तस्करी रोकना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए.”

Tags: Assam, BJP, Home Minister Amit Shah

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