e0a4a8e0a495e0a4b2e0a580 e0a4a6e0a4b5e0a4bee0a493e0a482 e0a4aae0a4b0 e0a4b2e0a497e0a4bee0a4ae e0a495e0a580 e0a4a4e0a588e0a4afe0a4be
e0a4a8e0a495e0a4b2e0a580 e0a4a6e0a4b5e0a4bee0a493e0a482 e0a4aae0a4b0 e0a4b2e0a497e0a4bee0a4ae e0a495e0a580 e0a4a4e0a588e0a4afe0a4be 1

हाइलाइट्स

नकली दवाओं के कारोबार पर नकेल कसने की तैयारी में सरकार
अगले साल दिसंबर तक सभी दवा आएंगे दायरे में

नई दिल्ली. सरकार ने नकली और घटिया दवाओं को रोकने की योजना बनाई है. अब आप जल्द ही यह जांच कर पाएंगे कि जिस दवा को खरीदा है, वह नकली तो नहीं है. दरअसल, नकली दवाइयों की समस्या से निपटने के लिए सरकार दवा निर्माता कंपनियों द्वारा 300 दवाओं के पैकेट पर ‘बार कोड’ (Bar Code) अनिवार्य करने संबंधी प्रक्रिया को अंतिम रूप देने जा रही है.

अगले साल मई से लागू हो जाएगा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक रूल्स
पैकेट पर छपे बार कोड को स्कैन करने पर मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस और बैच संख्या जैसी जानकारी का पता लगाया जा सकता है. स्वीकृति के बादड्रग्स एंड कॉस्मेटिक रूल्स,1945 (Drugs and Cosmetic Rules, 1945) में संशोधन अगले साल मई से लागू हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- सस्‍ती होंगी दवाइयां! PM नरेंद्र मोदी ने बताया मास्टर प्लान, बड़ी संख्‍या में बनेंगे रोजगार के अवसर भी

एक आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा कि सूची में उल्लेख की गई दवाओं का एक बड़ा हिस्सा ऐसा है, जिसे ज्यादातर लोग सीधा दुकान से खरीद लेते हैं, जिसके चलते नकली दवाओं के उपयोग की आशंका बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि इस संशोधन का उद्देश्य नकली दवाओं की आपूर्ति को रोकना और पब्लिक हेल्थ सर्विस में सुधार सुनिश्चित करना है.

बार कोड या QR कोड से पता लग जाएगा कि दवा असली है या नहीं
सूत्र ने कहा, ‘‘बार कोड या क्यूआर कोड से यह प्रमाणित हो सकेगा कि कोई दवा असली है या नहीं.’’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जून में इस संबंध में एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी कर लोगों से टिप्पणियां और प्रतिक्रिया मांगी थी.

READ More...  Forex Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी, जानिए कितना है गोल्ड रिजर्व

प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है
टिप्पणियों और विचार-विमर्श के आधार पर मंत्रालय इसे अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है. पहले चरण में, 300 दवाओं को इस दायरे में लाया जाएगा, जो टॉप दवा ब्रांड की कुल बाजार हिस्सेदारी का लगभग 35 फीसदी हिस्सा है और अगले साल दिसंबर तक सभी दवाओं को इसके दायरे में लाया जा सकता है.

Tags: Medicine, Medicines

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)