
पीयूष गोयल ने सभी सरकारी योजनाओं में कौशल विकास पर ध्यान देने का आह्वान किया
एएनआई. अपडेट किया गया: ०८ अक्टूबर. २०२१ ००: ४५ IST
नई दिल्ली [भारत] . ७ अक्टूबर (एएनआई) : कौशल विकास सभी सरकारी योजनाओं का मूल होगा क्योंकि केंद्र कई औद्योगिक. कपड़ा और ऑटोमोबाइल पार्कों में अधिक संसाधनों में पंप करता है. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा. .
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गोयल ने आगे कहा कि देश भर में लागू की जा रही नई शिक्षा नीति (एनईपी) भी कौशल विकास पर जोर देती है. इसमें दोहरी डिग्री कार्यक्रम. विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ गठजोड़. छात्र विनिमय कार्यक्रम और शिक्षाविदों के अलावा उदार कला को बढ़ावा देने की परिकल्पना की गई है.
मंत्री ने कहा. “एनईपी में जनवरी २०१५ से व्यापक परामर्श शामिल है. जिसमें २.५ लाख पंचायतों के २ लाख से अधिक सुझाव और लगभग ७०० जिलों के प्रस्ताव शामिल हैं. एनईपी की किसी ने आलोचना नहीं की है. यह सबका प्रयासों के परिणामस्वरूप किया गया था.” “सबका प्रयास: सामूहिक भागीदारी” पर एक वेबिनार को सम्बोधित करते हुए.
गोयल ने कहा कि सरकार अन्य देशों के साथ व्यापार वार्ता के दौरान विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ गठजोड़ की परिकल्पना करके उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रही है.
“मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) और व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) में यूके. ऑस्ट्रेलिया या कनाडा जैसे कई देशों के साथ बातचीत की जा रही है. हम शिक्षा को सहयोग के एक प्रमुख क्षेत्र के रूप में शामिल करने और टाई-अप को शामिल करने का प्रयास कर रहे हैं. एनईपी को आधार बनाकर विश्वविद्यालय फीस कम करने का लक्ष्य रखते हैं.”
विज्ञप्ति के अनुसार. गोयल ने इस दिन को शुभ भी कहा क्योंकि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने २० साल की निर्बाध सार्वजनिक सेवा पूरी की.
“सबका प्रयास'(सामूहिक भागीदारी) को प्रेरक शक्ति और सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में सुशासन के साथ. हम समाज के सबसे हाशिए के वर्गों तक पहुँचने में सक्षम होंगे. सुशासन का अर्थ है बनाना देश को ईमानदार. हमारी संस्थाओं में ईमानदारी लाना और उन्हें पारदर्शी बनाना. हमारी सरकार की योजनाओं के पीछे’ सबका साथ ‘और’ सबका विकास’आदर्श है. जिसने हमें’ सबका विश्वास’दिलाया है और आज पूरा देश एकजुट है देश की नियति में सुधार लाने और भारत में समृद्धि लाने के लिए’ सबका प्रयास’ का मार्ग. इसकी १३५ करोड़ लोगों की पूरी आबादी.” उन्होंने कहा.
विज्ञप्ति के अनुसार. गोयल ने कहा कि एनईपी नए भारत के प्रधान मंत्री मोदी की कल्पना की नींव रखेगा और यह भारत को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा. जनधन. उज्ज्वला. एलईडी बल्बों को बढ़ावा देने. आयुष्मान भारत. डीबीटी. जैम ट्रिनिटी. वन नेशन. वन राशन कार्ड और पीएमजीकेएवाई जैसी ऐतिहासिक योजनाओं को बेंचमार्क के रूप में लागू करने से भारत का कद राष्ट्रों के बीच बढ़ेगा.
गोयल ने कहा. “सामूहिक भागीदारी (सबका प्रयास) के माध्यम से लोगों की भागीदारी (जनभागीदारी) लोगों के आंदोलन (जन आंदोलन) की ओर ले जाती है.” (एएनआई)