e0a4aae0a58be0a496e0a4b0e0a4a3 e0a4aee0a587e0a482 e0a4b9e0a581e0a486 e0a487e0a4b8 e0a498e0a4bee0a4a4e0a495 e0a4aee0a4bfe0a4b8e0a4be
e0a4aae0a58be0a496e0a4b0e0a4a3 e0a4aee0a587e0a482 e0a4b9e0a581e0a486 e0a487e0a4b8 e0a498e0a4bee0a4a4e0a495 e0a4aee0a4bfe0a4b8e0a4be 1

हाइलाइट्स

पिनाका को DRDO ने प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर किया है तैयार
मिसाइल की सटीकता के साथ 75 किलोमीटर की है रेंज
ओडिशा में भी हो चुका है मिसाइल का सफल परिक्षण

जयपुर. राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में बुधवार को पिनाका एक्सटेंडेड रेंज रॉकेट का सफल परीक्षण किया गया है. ANI के ट्वीट के मुताबिक पोखरण फायरिंग रेंज में पिनाका एक्सटेंडेड रेंज रॉकेट का परीक्षण चल रहा है और इन परीक्षणों के दौरान कई सफल परीक्षण किये गए हैं.

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया पिनाका रॉकेट एक आर्टिलरी मिसाइल सिस्टम है जो बेहद सटीकता के साथ 75 किलोमीटर की दुरी तक हमला करने में सक्षम है. इससे पूर्व अप्रैल माह में DRDO और भारतीय सेना ने पोखरण फायरिंग रेंज में पिनाका Mk-I (एन्हांस्ड) रॉकेट सिस्टम (EPRS) और पिनाका एरिया डेनियल मुनिशन (ADM) रॉकेट सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था.

रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न रेंजों के लिए कुल 24 ईपीआरएस रॉकेट दागे गए थे और सभी रॉकेटों ने परीक्षण के दौरान आवश्यक सटीकता और स्थिरता हासिल की है. EPRS ‘पिनाका संस्करण’ का उन्नत संस्करण है जो पिछले एक दशक से भारतीय सेना के साथ सेवा में है.

ओडिशा में भी हो चुका है परिक्षण
जून 2021 में, DRDO ने ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR), चांदीपुर में एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) से स्वदेशी रूप से विकसित पिनाका रॉकेट के विस्तारित रेंज संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. पच्चीस एन्हांस्ड पिनाका रॉकेटों को विभिन्न रेंजों पर लक्ष्य के विरुद्ध एक के बाद एक त्वरित क्रम में दागा गया था. लॉन्च के दौरान मिसाइल अपने निर्धारित टारगेट पर गिरी थी.

READ More...  बागी शिंदे गुट में हो सकती है प्रवक्ताओं कि नियुक्ति, मीडिया में रखेंगे अपना पक्ष

DRDO के साथ ये भी हैं शामिल
इस मिसाइल प्रणाली को विभिन्न डीआरडीओ प्रयोगशालाओं द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है. आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (ARDE), अनुसंधान केंद्र इमारत (RCI), रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (DRDL), प्रमाण और प्रायोगिक प्रतिष्ठान (PXE) और उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (HEMRL) पिनाका के निर्माण में शामिल रही हैं. आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सीमा गतिरोध के बीच, भारतीय सेना ने पिनाका और स्मर्च ​​मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (MRLS) को अग्रिम स्थिति में तैनात किया है.

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)