पटना27 मिनट पहलेलेखक: प्रणय प्रियंवद
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जदयू छात्र प्रकोष्ठ की बैठक में पहुंचे युवा नेता।
जदयू अपने छात्र संगठन को विश्वविद्यालयों में और ज्यादा ताकतवर बनाना चाहता है। यह राजनीति की पहली पाठशाला मानी जाती है इसलिए पार्टी को मजबूती देने के लिए जदयू को जरूरी लग रहा है कि इसे और अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है। भाजपा के दो दिवसीय भव्य कार्यक्रम के दूसरे ही दिन यानी सोमवार को जदयू ने इसकी कवायद की।
जदयू छात्र प्रकोष्ठ के नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों और विश्वविद्यालय अध्यक्षों की बैठक बुलायी गई। खास बात यह कि इस बैठक में प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नीतीश पटेल तो उपस्थित रहे ही साथ ही पार्टी के दो बड़े नेता जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ ही कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
बता दें कि उपेन्द्र कुशवाहा का सरोकार शिक्षा के मुद्दे पर काफी रहा है। जब उनकी पार्टी रालोसपा थी तब शिक्षा के सवाल पर सरकार को लगातार घेरते रहते थे। वे केन्द्र में मानव संसाधन विकास विभाग में राज्य मंत्री रह चुके हैं।
छात्र प्रकोष्ठ के नेताओं को दिया गया ये जरूरी टास्क
छात्र प्रकोष्ठ यह टास्क दिया गया कि नीतीश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और पार्टी की नीतियों को जन-जन तक दमदार तरीके से पहुंचाएं। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना सरकार ने शुरू की, छात्राओं के इंटर और स्नातक उत्तीर्ण होने पर प्रोत्साहन राशि सहित कुल लगभग पांच सौ योजनाएं चलायी हैं। इस सब के बेहतर तरीके से प्रचार-प्रचार जरूरी है। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र चलाने में कोई समस्या हो तो संबंधित अधिकारी और मंत्रियों से मिलकर जानकारी दें। यह ध्यान रखें कि सत्र का परिचालन ठीक से हो। सत्र ठीक होगा तो सरकार के प्रति छात्रों में अच्छा मैसेज जाएगा। गरीब छात्र-छात्राओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करें। राज्य के तकनीकी संस्थानों के छात्रों को भी संगठित करने का कार्य सौंपा गया। छात्रों की सकारात्मक एक्टिविटी बनी रहे इसके लिए स्थानीय स्तर पर सेमिनार और गोष्ठी आयोजित करें।
13 पदाधिकारियों ने बतायी विश्वविद्यालयों की समस्याएं
छात्र जदयू के 13 पदाधिकारियों ने अपनी बात रखने के क्रम में कालेजों और विश्वविद्यालों में छात्रों की विभिन्न समस्याओं को सामने रखा। बताया गया कि किस तरह से किन-किन विश्वविद्यालयों में सत्र विलंब से चलने की वजह से छात्रों को दिक्कत हो रही है। समय पर सर्टिफिकेट नहीं मिलने की शिकायत कई विश्वविद्यालय के बारे में की गई। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आपके समक्ष छात्र-छात्राओं से जुड़ी कोई भी समस्या आए और उसका निबटारा नहीं हो पा रहा हो तो निःसंकोच हम लोगों से संपर्क करें।
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