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तिब्बती भाषा की किताब “काल विज्ञान” में इस घाटी का जिक्र मिलता है. जिसमें लिखा है कि दुनिया की हर चीज़ देश, काल और निमित्त से बंधी है लेकिन इस घाटी में घाटी में काल यानी समय का असर नहीं है. वहां प्राण, मन के विचार की शक्ति, शारीरिक क्षमता और मानसिक चेतना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. (सभी तस्वीरें: सांकेतिक)

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