
हाइलाइट्स
पटना के बड़े बिल्डर गब्बू सिंह की अकूत संपत्ति का खुलासा.
बिहार से लेकर एनसीआर तक फैला है कारोबार का साम्राज्य.
23 स्थानों पर आयकर छापेमारी में 50 लाख नगद राशि जब्त.
छह बैंक लॉकर से कैस समेत भारी मात्रा में आभूषण बरामद.
पटना. बड़े बिल्डर और होटल मालिक के साथी ही जदयू नेता गब्बू सिंह की आयकर छापेमारी के दौरान अकूत संपत्ति का खुलासा हुआ है. करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी समेत दूसरी अनियमितताओं के मामले को लेकर आयकर विभाग द्वारा गब्बू सिंह के गोविंदा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की गई. राजीव कुमार सिंह उर्फ गब्बू सिंह और उनके सहयोगियों के ठिकाने पर शुक्रवार की हुई छापेमारी देर रात तक चलती रही.
पटना के अलावा गब्बू सिंह की एनसीआर गाजियाबाद और नोएडा में भी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है. इसमें जमीन के प्लॉट से लेकर अपार्टमेंट तक शामिल है. इनकी खरीद में लगे पैसे के स्रोतों की जांच में भी आयकर विभाग की टीम जुटी हुई है. प्रारंभिक जांच में बड़े स्तर पर काला धन के निवेश का खुलासा हुआ है. इन संपत्तियों से जो जुड़े कागजात आयकर विभाग की टीम ने जब किए हैं उसमें काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं.
बता दें कि गब्बू सिंह की नजदीकी संबंध और तालुकात बिहार के कई कद्दावर नेताओं और पदाधिकारियों से बताए जा रहे हैं. अब तक की छापेमारी में आयकर विभाग की टीम को 50 लाख नगद के अलावा कई दूसरी चीजें मिली हैं. इनमें लाखों रुपए के आभूषण और बड़ी संख्या में निवेश के कागजात भी शामिल हैं. भारी मात्रा में मिले आभूषणों का मूल्यांकन आयकर विभाग की टीम कर रही है.
चौंकाने वाली बात यह है कि आधा दर्जन बैंक लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है, जिसे सील कर दिया गया है. फिलहाल छापेमारी के दौरान बरामद किए गए सभी कागजातों की जांच चल रही है. जब पूरी जांच प्रक्रिया संपन्न होगी तभी पता चलेगा कि यह मामला कितने की टैक्स डिफॉल्ट का है. अब तक की जांच में करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का मामला सामने आ चुका है. हालांकि, आयकर विभाग के अधिकारी इस मामले में कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं.
कंपनी के समूह में मां विंध्यवासिनी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड समेत कई कंपनियां शामिल है जिसमें काफी गड़बड़ियां की गई हैं. इन कंपनी का टर्नओवर करीब 150 करोड़ सलाना है, लेकिन फर्जी तरीके से इससे कहीं अधिक की लेनदेन कर करोड़ों की टैक्स चोरी की गई है. सूत्र बता रहे हैं कि टर्न ओवर के मुकाबले लाभ काफी कम दिखाया गया है. कई दस्तावेज ऐसे मिले हैं जिसमें कंपनी का लाभ वास्तविक दस्तावेज में दिखाए गए आंकड़े से अलग हैं.
बताया जा रहा है कि कई छोटी कंपनियों से फर्जी बिल के आधार पर करोड़ों रुपए के निवेश कागज पर किए गए हैं. इन छोटी कंपनियों को कर्ज देकर फर्जी बिल लेकर इसे लेजर में दिखाया गया है. गोविंदा कंस्ट्रक्शन के अलावा कंपनी रियल इस्टेट के अलावा बड़े स्तर पर सरकारी काम भी करती है. इसमें आपदा विभाग से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं. इनमें कई कंपनी ने छोटी कंपनियों को भी दिया है.
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Tags: Bihar News, Income Tax Raids, IT Raid, Lalan Singh
FIRST PUBLISHED : October 15, 2022, 09:57 IST
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