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हाइलाइट्स

92 देशों में दस्तक दे चुका है मंकीपॉक्स वायरस
टीके की कमी होने के कारण बीमारी पर लगाम कठिन
मंकीपॉक्स के कारण 12 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं

जिनेवा. WHO के प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने बुधवार को मंकीपॉक्स वायरस पर ताजा अपडेट देते हुए कहा कि दुनिया भर में पिछले एक हफ्ते में 7,500 नए मंकीपॉक्स के मामले सामने आये हैं. बढ़ते आकंड़ों पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह की तुलना में नए मामलों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इनमें से अधिकांश मामले यूरोप और अमेरिका से सामने आए हैं और लगभग सभी मामले पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वालों में देखें गए हैं. AFP की रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक मंकीपॉक्स टैली ने 35,000 का आंकड़ा पार कर लिया है और अब तक वायरस के कारण 12 मौतें हो चुकी हैं. कोविड महामारी के बाद यह वायरस दुनिया भर में एक चिंता का विषय बन गया है.

WHO के मुताबिक अभी मंकीपॉक्स वायरस के म्यूटेशन को लेकर अध्ययन जारी है. WHO ने कहा कि वायरस के जेनेटिक बदलावों के महत्व के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं है. साथ ही वायरस के ट्रांसमिशन और रोग गंभीरता पर म्यूटेशन के पड़ने वाले प्रभाव पर भी अभी शोध जारी है. टीकों की आपूर्ति भी स्वास्थ्य संगठन के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है. गरीब देशों में टीके की कमी होने के कारण बीमारी पर लगाम लगाना कठिन हो रहा है.

दूसरी ओर WHO रोमन अंकों का उपयोग करके मंकीपॉक्स वायरस के दो ज्ञात समूहों का नाम बदलने पर सहमत हो गया है. मंकीपॉक्स वायरस के अभी तक दो ज्ञात समूह अफ्रीकी क्षेत्रों के नाम पर थे. WHO ने बताया कि क्लैड को पहले कांगो बेसिन या मध्य अफ्रीकी क्लैड के रूप में जाना जाता था, अब इसे क्लैड I के रूप में जाना जाएगा, जबकि पश्चिम अफ्रीकी क्लैड को क्लैड II कहा जाएगा.

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Tags: Monkeypox, WHO

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