
हाइलाइट्स
येलो फीवर के दौरान भी ब्राज़ील में बंदरों को जहर देकर मारा गया
मंकीपॉक्स के चलते निमोनिया, सेप्सिस, एन्सेफलाइटिस के साथ आंखों की रोशनी जाने का खतरा
मध्य और पश्चिम अफ्रीका के वर्षा वन क्षेत्रों में अधिक पाए जाते हैं मंकीपॉक्स के मामले
साओ पाउलो. ब्राजील में मंकीपॉक्स की आशंका के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को बंदरों की हत्या पर दुख जताया. ब्राजील की न्यूज वेबसाइट G1 ने रविवार को बताया कि साओ पाउलो राज्य के साओ जोस डो रियो प्रेटो शहर में एक हफ्ते से भी कम समय में 10 बंदरों को जहर दिया गया है. इसी तरह की घटनाएं अन्य शहरों में भी हुई हैं.
जिनेवा में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा कि लोगों को यह जानना होगा कि अब हम जो संक्रमण देख रहे हैं, वह मनुष्यों के बीच है. हैरिस के अनुसार, जानवरों से मनुष्यों में संक्रमण हो सकता है, लेकिन हालिया प्रकोप केवल मानव संपर्कों से संबंधित है. उन्होंने ब्राज़ील में बंदरों की जहर देकर हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि लोगों को निश्चित रूप से जानवरों पर हमला नहीं करना चाहिए.
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, ब्राजील में मंकीपॉक्स के 1,700 से अधिक मामले हैं. देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 29 जुलाई को इस बीमारी से संबंधित एक मौत की पुष्टि की थी. पीड़ित एक ऐसा व्यक्ति था जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम थी. मई के बाद से, लगभग 90 देशों में मंकीपॉक्स के 29,000 से अधिक मामले सामने आए हैं. डब्ल्यूएचओ ने जुलाई में मंकी पॉक्स के प्रकोप को देखते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय आपातकाल के रूप में घोषित किया था.
क्या है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है, जो मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के वर्षावन क्षेत्रों में होती है, लेकिन अब इसका दायरा दुनिया के अन्य देशों तक फैल गया है. हाल के दिनों में, इसकी मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6 प्रतिशत रहा है, जो कि कोरोना की मृत्यु दर से अधिक है. WHO के अनुसार यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क के माध्यम से या वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से मनुष्यों में फैल सकता है.
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FIRST PUBLISHED : August 10, 2022, 13:22 IST
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