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हाइलाइट्स

मार्क मैथ्यूज ने कहा- अगर दुनिया में मंदी आती भी है तो यह हल्के स्तर की होगी.
उत्पादन में कटौती के कारण कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से महंगाई परेशान करेगी. 

मुंबई. दुनियाभर में मंदी की आशंका से निवेशक डरे हुए हैं लेकिन इंटरनेशनल जूलियस बेयर बैंक ने इसे खारिज कर दिया है. जूलियस बेयर के मैनेजिंग डायरेक्टर मार्क मैथ्यूज ने कहा कि दुनिया में बड़ी मंदी का खतरा नहीं है. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताया है. मैथ्यूज के अनुसार, भारत में सिर्फ कम अवधि के लिए ही नहीं बल्कि लंबे समय के लिए वे निवेश जारी रखेंगे.

CNBC-TV18 को दिए खास इंटरव्यू में जूलियस बेयर के प्रबंध निदेशक मार्क मैथ्यूज ने कहा कि दुनियाभर में बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. इस वजह से ग्लोबल मार्केट पर दबाव बना हुआ है.

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‘हल्की मंदी आने से ज्यादा नुकसान नहीं’
मार्क मैथ्यूज ने कहा, ‘अगर दुनिया में मंदी आती भी है तो यह हल्के स्तर की होगी. क्योंकि लेबर मार्केट अभी भी बेहद स्ट्रॉन्ग है. इस वक्त हर एक बेरोजगार व्यक्ति के पास 1.7 जॉब है. ऐसे में मंदी का ज्यादा व्यापक असर देखने को नहीं मिलेगा.’ वहीं, ओपेक प्लस की ओर से क्रूड प्रोडक्शन में कटौती से महंगाई और बढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचती है तो हमें हेडलाइन इंफ्लेशन में कमी आने की संभावना कम है और ऐसे में महंगाई बढ़ सकती है क्योंकि मुद्रास्फीति में सबसे बड़ा योगदना कच्चे तेल की कीमतों का ही होता है.

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वर्ल्ड बैंक भी जता चुका है भारत की ग्रोथ पर भरोसा
दुनियाभर में गहराते आर्थिक संकट के बावजूद कई विदेशी संस्थाओं और ब्रोकेरज हाउस ने भारत की ग्रोथ पर विश्वास जताया है. इससे पहले कल वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भारत दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में मजबूत हो रहा है.

विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री हैंस टिमर के अनुसार, “इंडियन इकोनॉमी ने साउथ एशिया के अन्य देशों की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है. कोरोना महामारी से उभरने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से उछाल आया है.” हालांकि वर्ल्ड बैंक बिगड़ते अंतरराष्ट्रीय हालात को देखते हुए भारत के आर्थिक विकास के अनुमान में एक फीसदी की कटौती कर दी है.

Tags: Indian economy, Recession, Stock market

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