
बामाको (माली). माली के गाओ क्षेत्र में एक शिविर पर हुए हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि संदेह है कि इस्लामी चरमपंथियों ने हमले को अंजाम दिया. गाओ के पूर्व मेयर साडोउ डियालो ने कहा कि हमलावरों ने शिविर के अंदर रखे भोजन को नष्ट कर दिया और सभी पशु चुराकर ले गए. संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान के जरिए सोमवार को हुए इस हमले की पुष्टि की.
हालांकि हमले की जिम्मेदारी का तत्काल दावा नहीं किया गया. लेकिन हमले में ग्रेटर सहारा समूह में इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकवादियों की पहचान है, जो गाओ और मेनका क्षेत्र में नागरिकों को निशाना बनाते हैं. पश्चिम अफ्रीकी देश में उग्रवादियों से लड़ने में मदद करने के नौ साल बाद इस साल की शुरुआत में फ्रांसीसी सेना के प्रस्थान के बाद माली में चरमपंथी हिंसा के बारे में बढ़ती आशंकाओं के बीच गाओ के पास हमला हुआ है.
करीब दो साल पहले माली में सत्ता पर कब्जा करने वाले कर्नल असिमी गोइता के साथ बिगड़ते संबंधों के बीच फ्रांस की सेना रवाना हो गई. बीते अक्टूबर में माली के सोंगो गांव में सड़क किनारे लगाए गए बम की चपेट में एक यात्री बस के आने के बाद हुए धमाके में कम से कम छह लोगों की मौत हो गयी थी. स्थानीय अधिकारी बकीरो ताल ने बताया था कि यह विस्फोट बृहस्पतिवार को मध्य माली के बंदियागारा से करीब 12 किलोमीटर दूर सोंगो गांव में हुआ.
ताल ने बताया, ‘‘इस विस्फोट में कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें मोप्ती क्षेत्र के अस्पताल ले जाया गया है और फिलहाल उनकी स्थिति के बारे में हमारे पास कोई जानकारी नहीं है.’’ उन्होंने बताया कि किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन अल-कायदा से जुड़े चरमपंथी समूहों की पहचान हुई है, जो माली सेना के वाहनों और संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों को निशाना बनाने के लिए सड़कों पर विस्फोटक लगाते हैं.
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Tags: United Nation
FIRST PUBLISHED : November 25, 2022, 01:49 IST
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