पटना10 घंटे पहले
इंडियन स्टूडेंट्स को यूक्रेन से बाहर निकलवाने के लिए रूस और यूक्रेन युद्ध को PM नरेंद्र मोदी ने तीन घंटे तक रुकवाया था। उस दौरान उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की थी। पटना में यह दावा पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने शुक्रवार को किया। वह मोदी सरकार के आठ साल पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘ये स्वाभिमानी और सुरक्षित भारत है।’ प्रसाद ने कहा, ‘370 के कारण कश्मीर में भारत का कानून लागू नहीं होता था। शिक्षा का, सिर पर मैला ढोने वालों के खिलाफ लागू कानून लागू नहीं होता था। OBC को आरक्षण का लाभ नहीं मिलता था। अब भारत सरकार के दफ्तर के गलियारे में बिचौलियों का आना बंद हो गया है।’
चीन न चिढ़े इसके लिए लद्धाख में सड़कें नहीं बनती थी
उन्होंने कहा, ‘लद्दाख में सड़क बनने नहीं दिया जाता था। गांव में सड़क बनते ही चीन रोक देता था। कहा जाता था कि दिल्ली से इंस्ट्रक्शन है चीन को मत छेड़ो। संसद में जब यह सवाल उठाया तो लोग रोकने लगे। विदेश मंत्री ने कहा कि चीन को इरिटेट नहीं करना है। आज कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश हर इलाके में सीमा पर सड़कें बन रही है।’
जिन महापुरुषों को नजर अंदाज किया गया उन्हें सम्मान मिला
उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा सरदार पटेल की लगी। सुभाष चंद्र बोस को भुलाया गया। उनकी प्रतिमा अब राजपथ पर लग रही है। डॉ. भीम राव अंबेडकर को बुलाया गया। उनके पांचों तीर्थ स्थल को विकसित किया गया।’

103 दिन हो गए रूस-यूक्रेन युद्ध को
बता दें, शुक्रवार को रूस-यूक्रेन युद्ध के 103 दिन पूरे हो गए हैं। इस युद्ध में यूक्रेन की सड़कों पर खून की नदियां बहने लगी हैं। इसे सदी का सबसे बड़ा ह्यूमन क्राइसिस माना जा रहा है। यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट काउंसिल के मुताबिक इस युद्ध में करीब 68 लाख लोगों ने देश छोड़ दिया है। वहीं 80 लाख लोग देश के अंदर ही अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। 24 फरवरी 2022 को, रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था। उसके बाद से लगातार युद्ध जारी है।
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