
Russia-Ukraine War News Update: रूस और यूक्रेन की जंग अब छठवें महीने में पहुंच गई है. इस भीषण और बेहद लंबी जंग से दोनों ही देशों की सेनाएं थककर चूर हो गई हैं, लेकिन अभी भी जोरदार वार और पलटवार का दौर जारी है. इस बीच रूस और यूक्रेन की सेनाएं हथियारों से खाली होती जा रही हैं. आलम यह है कि पुतिन की सेना अब अपनी सतह से हवा में मार करने वाली S-300 मिसाइलों का इस्तेमाल यूक्रेन के जमीनी ठिकानों पर हमले के लिए कर रही है. उधर, यूक्रेन की सेना ने भी जोरदार पलटवार करके एक रूसी एस-300 सिस्टम को तबाह कर दिया है.
इसके साथ ही आइए जानते हैं रूस और यूक्रेन जंग बड़े अपडेट्स…
इस लंबे युद्ध में हालात यह हैं कि रूसी सेना (Russian Army) अब अपनी सतह से हवा में मार करने वाली एस-300 मिसाइलों (S-300 Missile) का इस्तेमाल यूक्रेन (Ukraine) के जमीनी ठिकानों पर हमले के लिए कर रही है. सोवियत (Soviet) जमाने की एस-300 मिसाइलें सबसे पहले साल 1979 में तैनात की गई थीं.
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के सोमवार को छठे माह में प्रवेश करने के बीच यूक्रेनी बलों ने कहा कि उसने रूसी सेना (Russian Army) के 50 गोला-बारूद डिपो नष्ट कर दिए हैं. उसने कहा, यह कार्रवाई अमेरिका (America) से मिले हिमारस रॉकेट प्रणाली (Himars rocket systems) का इस्तेमाल करते हुए की गई.
राष्ट्रीय टीवी पर यूक्रेन (Ukraine) के रक्षामंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव (Oleksiy Reznikov) ने कहा, अमेरिका से आए उच्च गतिशीलता वाले आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम एचआईएमएआरएस (हिमारस) ने बेहतर प्रदर्शन किया और रूस को बचाव का मौका नहीं दिया.
इस बीच यूक्रेन ने एक वीडियो भी जारी किया जिसमें रूसी एंटी-एयर डिफेंस एस-300 (Russian anti-air defense S-300) की बैटरी नष्ट करने का दावा किया गया। वीडियो में कई जले हुए मलबे दिखाई दे रहे हैं। यूक्रेनी सेना की फेसबुक पोस्ट में दावा किया गया कि यह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (Missile) प्रणाली की बैटरी थी.
रूस की खुफिया एजेंसी एफएसबी ने दावा किया है कि उसने रूसी वायु सेना के लड़ाकू विमान हाईजैक करने की साजिश का भंडाफोड़ किया है. एफएसबी ने बताया कि यूक्रेनी एजेंट रूसी पायलटों को विमान के साथ अपने देश में आने का लालच दे रहे थे. इस ऑपरेशन में नाटो देशों की खुफिया एजेंसियों ने यूक्रेनी एजेंटों का साथ दिया था.
एफएसबी ने यह भी कहा कि इस ऑपरेशन में शामिल यूक्रेनी खुफिया सेवा के एजेंटों और उनके सहयोगियों की पहचान कर ली गई है. इस ऑपरेशन का खुलासा होने के बाद रूस के सभी हवाई अड्डों और सैन्य ठिकानों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. इतना ही नहीं, रूसी पायलटों, बड़े-बड़े अधिकारियों की निगरानी भी की जा रही है.
बयान में कहा गया है कि यूक्रेनी सैन्य खुफिया अधिकारियों ने अपने देश के राजनीतिक नेतृत्व की ओर से काम करते हुए, रूसी सैन्य पायलटों को इनाम और यूरोपीय संघ के देशों में से एक की नागरिकता प्राप्त करने की गारंटी के लिए भर्ती करने की कोशिश की. यूक्रेनी अधिकारियों ने रूसी पायलटों को अपने देश से हवाई क्षेत्रों में लड़ाकू विमानों को उतारने के लिए मनाने का प्रयास किया.
यूक्रेनी एजेंटों ने पायलटों को रिश्वत देने की कोशिश की. बयान में कहा गया कि अगर वे Su-24, Su-34, या Tu-22 विमानों को हाईजैक करते हैं तो उन्हें दो मिलियन डॉलर तक नकद दिया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : July 26, 2022, 12:54 IST
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