
जिनेवा. संयुक्त राष्ट्र ने यूरोप में बढ़ती हीट वेव्स पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि फ़िलहाल हीट वेव्स से यूरोप को छुटकारा नहीं मिलने जा रहा है. वैश्विक संस्था के मुताबिक वर्ष 2060 तक इस क्षेत्र को हीट वेव्स परेशान करती रहेंगी.
संयुक्त राष्ट्र के ही विश्व मौसम विज्ञान संगठन(WMO) ने इसे एक संकेत के रूप में दिखाते हुए सभी देशों से कार्बन उत्सर्जन को लेकर जागरूकता दिखाने को कहा है. WMO ने उन सभी देशों से आग्रह किया, जो क्लाइमेट चेंज के बावजूद कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने को तैयार नहीं दिख रहे हैं.
WMO के प्रमुख पेटेरी तालस ने जिनेवा में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हीट वेव्स अब बार बार आ रहीं है और यह सब वर्ष 2060 तक ऐसे ही जारी रहेगा.
उन्होंने आगे कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से हीट वेव्स अब सामान्य होती जा रही है. भविष्य में अधिक भीषण हीट वेव्स को झेलने के लिए यूरोप को तैयार रहना होगा.
हीट वेव्स के कारण भड़की जंगलों में आग
यूरोप के कई देशों में हीट वेव्स के कारण जंगलों में आग लगने की घटनायें अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई हैं. बीते कुछ दिनों में स्पेन, ग्रीस और पुर्तगाल के जंगलों में लगी आग के कारण हज़ारों लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा है.
हाल के दिनों में फ्रांस में जंगल की आग ने 24,000 से अधिक लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर कर दिया. इन लोगों के लिए सरकार द्वारा आपातकालीन आश्रय भी स्थापित किये गए हैं.
पिछली हीट वेव्स ने ली थी 70 हज़ार लोगों की जान
यूरोप में आई वर्ष 2003 की हीट वेव्स ने 70 हज़ार से अधिक लोगों की जान ले ली थी. ऐसे समय में लोगों में हीट स्ट्रोक्स, हीट क्रैम्प्स, और हीपोथेरमीया का खतरा बढ़ जाता है.
बिगड़ते हालात को देखते हुए लोगों को घर में अधिक से अधिक समय तक रहने की सलाह दी गई है. कई जगहों पर स्कूल और दफ्तरों को भी बंद किया गया हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 20, 2022, 09:22 IST
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