
कीव (यूक्रेन). यूक्रेन के शहरों पर रूसी तोपों और विमानों के हमले जारी रहने के बीच रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि उनके देश का लक्ष्य यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की सरकार को उखाड़ फेंकना है. इससे ऐसा जान पड़ता है कि रूस ने अपना लक्ष्य बदल लिया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की टिप्पणी यूक्रेन द्वारा अपने काला सागर बंदरगाहों से अनाज के निर्यात को बहाल करने के प्रयास के बीच आई है. अनाज निर्यात बहाल होने से दुनिया में खाद्यान्न की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी.
काहिरा में रविवार को अरब लीग सम्मेलन में लावरोव ने कहा कि रूस यूक्रेनवासियों को ‘इस बिल्कुल अस्वीकार्य शासन के बोझ से मुक्त कराने में मदद करने के लिए’ दृढ़संकल्प है.’ लावरोव ने यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों’ पर यह सुनिश्चित करने के लिए दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया कि यूक्रेन ‘रूस का सार्वकालिक दुश्मन है.’
उन्होंने कहा, ‘रूसी और यूक्रेनी लोग आगे भी एक साथ रहेंगे, हम निश्चित ही यूक्रेन के लोगों को इस शासन से मुक्ति दिलाने में मदद करेंगे जो बिल्कुल जन-विरोधी एवं इतिहास -विरोधी है.’ लावरोव की टिप्पणी युद्ध के प्रारंभ में क्रेमलिन की ओर से आये बयानों के बिल्कुल विपरीत हैं. तब रूसी अधिकारियों ने बार बार कहा था कि वे जेलेंस्की की सरकार को उखाड़ फेंकने की चेष्टा नहीं कर रहे हैं.
लावरोव ने कहा कि रूस मार्च में ही शत्रुता समाप्त करने के लिए करार के वास्ते बातचीत को तैयार था लेकिन यूक्रेन ने रुख बदल लिया और रणभूमि में रूस का सफाया करने के अपने इरादे का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा, ‘पश्चिमी देशों ने इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन को तब तक बातचीत नहीं करनी चाहिए जब तक युद्ध के मैदान में रूस को पराजित नहीं कर दिया जाता है.’
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FIRST PUBLISHED : July 25, 2022, 21:54 IST
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