
कीव: यूक्रेन में युद्ध (Russia Ukraine War) के कारण फंसे कृषि माल ढोने वाले चार और जहाजों को रविवार को देश के काला सागर तट से बाहर जाने की अनुमति मिल गई. वहीं, विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि रूस सैनिकों और उपकरणों को बंदरगाहों की दिशा में आगे बढ़ा रहा है.
यूक्रेन से अनाज प्राप्त करने और अफ्रीका, मध्य-पूर्व तथा एशिया के कुछ हिस्सों में लाखों गरीब लोगों तक इसे पहुंचाने से संबंधित अंतरराष्ट्रीय समझौते की निगरानी करने वाली इकाई ने कहा कि अनाज से लदे जहाजों के कोर्नोमोर्स्क और ओडेसा से सोमवार को प्रस्थान करने की उम्मीद है.
जहाजों की सुरक्षित यात्रा के लिए हुआ था समझौता
यूक्रेन, रूस, तुर्की और संयुक्त राष्ट्र ने पिछले महीने एक समुद्री चैनल बनाने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे जिससे मालवाहक जहाजों को उन बंदरगाहों से सुरक्षित रूप से यात्रा करने की अनुमति मिलेगी जिन्हें रूस की सेना ने अवरुद्ध कर दिया था और उस जलक्षेत्र से भी जहां यूक्रेन की सेना ने बारूदी सुरंग बिछा दी थीं.
डोनाबास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है रूस
पिछले सोमवार को पहला जहाज रवाना होने के बाद से चार महीने के लिए प्रभावी समझौते का कार्यान्वयन धीरे-धीरे आगे बढ़ा है. युद्ध के पिछले चार महीनों में रूस ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करने पर ध्यान केंद्रित किया है, जहां मॉस्को समर्थक अलगाववादी आठ वर्षों से स्व-घोषित गणराज्यों के रूप में कुछ क्षेत्रों पर काबिज हैं.
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने एक सप्ताहांत विश्लेषण में कहा कि 24 फरवरी से शुरू हुआ रूसी आक्रमण ‘एक नए चरण में प्रवेश करने वाला है’ जिसमें लड़ाई पश्चिम और दक्षिण में लगभग 350 किलोमीटर की अग्रिम रेखा पर स्थानांतरित हो जाएगी जो जपोरेजिया शहर से रूस के कब्जे वाले खेरसॉन तक फैली है.
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Tags: Russia, Russia ukraine war, Vladimir Putin
FIRST PUBLISHED : August 07, 2022, 21:21 IST
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