
कीव. यूक्रेन के युद्ध (Russia Ukraine War) के मैदान में मोबाइल फोन (Mobile Phone) चालू करने पर आसमान से बमबारी हो सकती है. तोपखाना राडार और मानवरहित वायुयान (यूएवी) के लिए रिमोट कंट्रोल के जरिये भी गोले बरसाये जा सकते हैं. यह एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध है, जो यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध का बहुत हद तक एक अदृश्य पहलू है. सैन्य कमांडर इस पर चर्चा करने से बचते नजर आ रहे हैं. उन्हें आशंका है कि गोपनीय जानकारियां साझा कर वे अभियान को जोखिम में डाल देंगे.
इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रौद्योगिकी दुश्मन का पता लगाने और उनपर घातक हमले करने के लिये संचार, नेविगेशन (दिशा सूचक प्रणाली) आदि को निशाना बनाती है. इसमें तोपखाना, लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइलों, ड्रोन आदि का इस्तेमाल किया जाता है. यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां युद्ध में रूस स्पष्ट रूप से लाभ उठाता दिख रहा है. यूक्रेनी यूएवी से संबद्ध एक टीम एरोरोजविदका के एक अधिकारी ने कहा, ‘वे उनकी हर चीज को जाम कर रहे हैं.’
युद्ध के 100 दिन पूरे, दुनिया पर हो रहा असर
रूस और यूक्रेन युद्ध को 100 दिन पूरे हो गए हैं. इसका पूरी दुनिया पर सीधा असर हुआ है. आक्रमण के समय रूस को लगा था कि यूक्रेन को वह बहुत जल्द हरा देगा, लेकिन अमेरिका-ब्रिटेन से मिल रही मदद और हथियारों की सप्लाई के कारण यह युद्ध अब भी जारी है. इससे कई जरूरी वस्तुओं की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित है और महंगाई बढ़ रही है.
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Tags: Mobile Phone, Russia, Russia ukraine war
FIRST PUBLISHED : June 03, 2022, 19:47 IST
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