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भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराने के लिए कई वीरों ने अपने जीवन की आहुति दे दी थी. स्वतंत्रता दिवस जैसे मौके पर हर एक भारतवासी उन वीर सपूतों की कुर्बानियों को याद करता है. देश की आजादी की लड़ाई में कई ऐसे क्रांतिकारी शामिल रहे हैं, जिनके बारे में कोई जानकारी नहीं है, पर देश को आजाद कराने में उनका योगदान बहुत बड़ा है.

भारतवासी भले उनके योगदान से परिचित न हों, पर उनकी शहादत की वजह से आज हम गुलामी के चंगुल से आजाद होकर खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं. आज हम एक ऐसे क्रांतिकारी के बारे में बताएंगे जो आजाद हिंद फौज से जुड़े थे. शाहनवाज खान एक ऐसी शख्सियत थे, जो सुभाषचंद्र बोस के बेहद करीबी माने जाते थे. उन्होंने आजाद हिंद फौज में मेजर जनरल के पद पर रहकर अपनी सेवाएं दी थीं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शाहनवाज खान का साल 1943 में सुभाषचंद्र बोस से संपर्क हुआ था. वे नेताजी के प्रभाव में आकर आजाद हिंद फौज का हिस्सा बन गए. उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करते हुए एक खास उपलब्धि हासिल की थी. दरअसल, उन्होंने लाल किले में ब्रिटिश साम्राज्य का झंडा उतारकर भारतीय तिरंगा फहरा दिया था.

शाहरुख खान के रिश्ते में नाना लगते हैं शाहनवाज खान

शाहनवाज खान का बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान से गहरा नाता है. शायद ही कोई यह बात जानता होगा कि वे रिश्ते में शाहरुख खान के नाना थे. खबरों की मानें तो शाहरुख खान की मां लतीफ फातिमा, स्वतंत्रता सेनानी शाहनवाज खान की गोद ली हुई बेटी थीं. शाहनवाज खान इस रिश्ते से शाहरुख खान के नाना लगते हैं.

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शाहनवाज खान जब आजाद हिंद फौज से जुड़े

शाहनवाज पाकिस्तान के रावलपिंडी के गांव मटौर में 24 जनवरी 1914 को जन्मे थे. वे अविभाजित भारत के उस दौर में देहरादून में स्थित ‘प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल इंडियन मिलिट्री कॉलेज’ से पढ़ाई करने के बाद, ब्रिटिश इंडियन आर्मी में अपनी सेवाएं देने लगे थे. वे जब नेताजी के प्रभाव में आए तो उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत का साथ छोड़ा और आजाद हिंद फौज से जुड़ गए.

शाहनवाज खान मेरठ से चार बार रहे थे सांसद

शाहनवाज ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के संपर्क में आने के बाद, कई क्रांतिकारियों को आजाद हिंद फौज में भर्ती करवाया था. उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ जंग छेड़ दी थी, जिसकी वजह से ब्रिटिश हुकूमत ने उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दायर किया था, पर इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा और वे अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करते रहे. जब भारत आजाद हुआ तो वे कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए. वे मेरठ से चार बाद सांसद रहे और केंद्र सरकार में मंत्री के तौर पर 20 सालों से ज्यादा समय तक देश को अपनी सेवाएं दीं.

Tags: Shah rukh khan

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