e0a4b5e0a4bfe0a4a6e0a587e0a4b6e0a580 e0a495e0a482e0a4aae0a4a8e0a4bfe0a4afe0a58be0a482 e0a495e0a58b e0a4a6e0a582e0a4a7 e0a4aee0a4be
e0a4b5e0a4bfe0a4a6e0a587e0a4b6e0a580 e0a495e0a482e0a4aae0a4a8e0a4bfe0a4afe0a58be0a482 e0a495e0a58b e0a4a6e0a582e0a4a7 e0a4aee0a4be 1

हाइलाइट्स

इस आदेश से केवल दूध-मांस ही नहीं बच्चों के फूड प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनियां भी प्रभावित होंगी.
पिछसे साल भी एक आदेश आया था जिसके बाद एफएसएसएआई विदेशी प्लांट्स का निरीक्षण कर सकती है.
यह आदेश सोमवार को जारी किया गया लेकिन 1 फरवरी 2023 से लागू होगा.

नई दिल्ली. खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने कहा है कि भारत में खाद्य उत्पादों का निर्यात करने की मंशा रखने वाली विदेशी कंपनियों को उसके साथ रजिस्टर करना होगा. जिन प्रोडक्ट्स के लिए कंपनी को रजिस्टर करने के लिए कहा गया है उनमें दूध, बच्चों का भोजन, मांस, मछली व अंडे का पाउडर शामिल है. प्राधिकरण का नया आदेश 1 फरवरी 2023 से लागू होगा.

एफएसएसएआई ने विभिन्न देशों की संबंधित अथॉरिटीज से आग्रह किया है कि वे अपने यहां उन कंपनियों की सूची मुहैया कराएं जो भारत में खाद्य पदार्थ निर्यात करती हैं या करने की इच्छा रखती हैं. इन देशों से प्राप्त जानकारी के आधार पर एफएसएसएआई इन कंपनियों को अपने पोर्टल पर रजिस्टर करेगा.

ये भी पढ़ें- क्या है Capital Gains Account Scheme? संपत्ति से पैसा बनाएं और टैक्स भी बचाएं, जानिए कैसे?

विदेशों के फूड प्लांट की भी जांच
एफएसएसएआई ने पिछले साल नंवबर में फूड सेफ्टी को लेकर नियम में बदलाव किया था. संस्था ने फूड कंपनियों की जांच का दायरा बढ़ा दिया था. इस फैसले के बाद एफएसएसएआई भारत में ही नहीं विदेशो में स्थिति फूड प्लांट्स की जांच कर सकता है. क्योंकि भारत के एक बड़ा बाजार और दुनियाभर के खाद्य पदार्थ यहां एक्सपोर्ट किए जाते हैं इसलिए खाद्य गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा था. एफएसएसएआई ने बयान जारी कर कहा था कि जिन विदेशी कंपनियों को भारत में अपना सामान बेचना है उन्हें अपना प्लांट जांच के लिए खोलना होगा. गौरतलब है कि तब भी ये नियम हाई रिस्क कैटेगरी के खाद्य पदार्थ बनाने वाली कंपनियों के लिए ही था. हाई रिस्क प्रोडक्ट्स में डेयरी, पोल्ट्री व मीट से जुड़ी कंपनियां आती हैं.

READ More...  Monsoon: बारिश से कार में आने वाली परेशानियों से किस तरह बचें? देखें जरुरी टिप्स

अपने प्रोडक्ट्स की क्वालिटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाएं
उधर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय निर्माताओं से कहा है कि वे अपने उत्पादों की क्वालिटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाएं और ब्रांड इंडिया विकसित करने में योगदान दें. उन्होंने क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) द्वारा आयोजित एक समारोह में यह बातें कहीं. इसके साथ उन्होंने एफएसएसएआई, बीआईएस व रेल-डिफेंस की क्वालिटी सर्टिफिकेट से संबंधित संस्थानों को एक जगह मिलाने की भी इच्छा जाहिर की. उन्होंने कहा कि इससे भारत में निवेश का माहौल और मजबूत होगा और देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में मदद मिलेगी.

Tags: Business news in hindi, Food, Food safety Act, Milk

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)