
कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक (Bharat Boitech)के बीच बयानबाजी से जो विवाद खड़ा हुआ था वह अब खत्म हो चुका है और दोनो कंपनियों ने मिलकर साझा बयान जारी किया है। बयान SII के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला और Bharat Biotech के चेयरमैन तथा मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्णा एल्ला की तरफ से जारी किया गया है। बयान में दोनों ने मिलकर भारत और दुनिया के लिए वैक्सीन उत्पादन की बात कही है।
दोनों की तरफ से कहा गया है कि इस समय दोनों के सामने भारत और दुनिया के लोगों की जान बचाना मुख्य काम है। दोनों की तरफ से कहा गया है कि वैक्सीन जनस्वास्थ्य के लिए वैश्विक वस्तु है और उसमें लोगों के जीवन को बचाने तथा अर्थव्यवस्था को जल्दी से जल्दी पटरी पर वापस लाने की ताकत है।
इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपने आधिकारिक हैंडल से यह स्टेटमेंट ट्वीट किया है। वहीं इस ट्वीट को भारत बायोटेक ने लाइक किया है।
देश में भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ के साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशिल्ड को औषधि नियामक द्वारा आपात इस्तेमाल की अनुमति मिली है। दरअसल सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘अब तक सिर्फ फाइजर, मॉडर्ना और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की प्रभावकारिता साबित हुई है और बाकी सभी वैक्सीन सिर्फ पानी की तरह सुरक्षित हैं।’
भारत में शुरु होगा दुनिया का सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्रोग्राम
कोविड-19 के खिलाफ भारत के दो वैक्सीनों को प्रयोग की अनुमति देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्रोग्राम को शुरू करने की दहलीज पर है। नेशनल मेट्रोलॉजी कॉनकलेव को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा। दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भारत में शुरू होने वाला है। उन्होंने मेड इन इंडिया टीकों के लिए वैज्ञानिकों और तकनीशियनों की सराहना भी की।
Original Source(india TV, All rights reserve)