
नई दिल्ली. गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में मुद्रास्फीति अगस्त महीने में बढ़कर 70.2 फीसदी पर पहुंच गई. एक महीने पहले यह 66.7 फीसदी थी. गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
अगस्त में नेशनल कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (NCPI) आधारित वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में 2.5 फीसदी की वृद्धि हुई. खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 1.7 फीसदी और गैर-खाद्य पदार्थों की कीमतों में 3.2 फीसदी की वृद्धि हुई.
खाद्य कीमतों में जुलाई के 82.5 फीसदी की हुई थी बढ़ोतरी
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य कीमतों में जुलाई के 82.5 फीसदी की तुलना में अगस्त में 84.6 फीसदी की वृद्धि हुई है. इस महीने की शुरुआत में, बिजली दरों को संशोधित किया गया था, जिसके कारण खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के साथ-साथ अगस्त के लिए उपभोक्ता कीमतों के राष्ट्रीय सूचकांक में वृद्धि हुई.
सितंबर महीने में चरम पर पहुंचने के बाद नीचे आने की उम्मीद
मुद्रास्फीति के अनुमान के आधार पर श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने पिछले महीने कहा था कि अगर वैश्विक वस्तुओं की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो कीमतें सितंबर महीने में चरम पर पहुंचने के बाद नीचे आना शुरू होंगी.
भारत ने दिया सबसे ज्यादा लोन
गौरतलब है कि साल 2022 के दौरान भारत ने अपने पड़ोसी देश को 37.7 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के बाद एशियाई विकास बैंक (ADB) इस अवधि में श्रीलंका को 36 करोड़ डॉलर का कर्ज देकर दूसरा बड़ा कर्जदाता बना है. कोरोना महामारी से पहले, श्रीलंका अमेरिकी डॉलर सहित अन्य विदेशी करेंसी के लिए पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर था.
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FIRST PUBLISHED : September 22, 2022, 21:00 IST
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