छपरा9 घंटे पहले
बिहार में छपरा में जहरीली शराब के मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। चौथे दिन शनिवार को भी सुबह-सुबह 10 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के परिवार वालों से मिलने लोजपा(रामविलास) नेता चिराग पासवान मशरख पहुंचे। उन्होंने कहा कि डेढ़ सौ मौतें हुई हैं। सरकार छिपा रही है। राज्यपाल से मिलकर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करूंगा।
इसुआपुर से शुरू हुए मौत का आंकड़ा मशरख, मढ़ौरा, तरैया, अमनौर सहित बनियापुर से भी सामने आने लगा है। अभी तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। छपरा सदर अस्पताल सहित निजी क्लिनिक में लोगों का इलाज जारी है।
सभी मृतकों का लक्षण एक समान सामने आ रहा है। मंगलवार से शुरू हुआ मौतों का आंकड़ा बढ़ते समय के साथ लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार की रात 5 लोगों की मौत हो गई। बुधवार की शाम तक बढ़ते हुए संख्या 27 हो गई। गुरुवार की सुबह फिर बढ़ते हुए मृतकों की संख्या 49 पहुंच गई। शुक्रवार की सुबह मृतकों की संख्या 52 हो गई और शाम होते-होते संख्या बढ़कर 62 हो गई है। शनिवार सुबह-सुबह 10 और लोगों ने दम तोड़ दिया। मौत का आंकड़ा 72 हो गया है।

अस्पताल में अभी भी अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।
सभी मृतकों में एक लक्षण – दस्त, उल्टी के साथ आंख की रोशनी गायब और मल्टी ऑर्गन फेल
मंगलवार से शुक्रवार तक सदर अस्पताल में भयावह स्थिति रही। मंगलवार की रात से ही मरीजों का आना जारी हुआ जो अभी तक जारी है। आंख की रोशनी के साथ शुरू हुए लक्षण मल्टी ऑर्गन फेल होने से मरीज को मौत के मुंह में धकेल दे रहा है। अस्पताल में अभी भी अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। लगातार एंबुलेंस के आने-जाने की आवाज और सायरन की आवाज मर्माहत माहौल बना दे रहा है।
इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार मृतकों के शरीर में फॉलिक एसिड बढ़ने के कारण मल्टी ऑर्गन फेल हो जा रहे हैं। मौत से पूर्व सभी मृतकों का ब्लड प्रेशर लगातार बदलाव हो रहा है। मरीजों में बेचैनी, उल्टी, पेट दर्द, सांस लेने में परेशानी, आंखों से धुंधला दिखाई देने आदि की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं।
चिराग बोले-दबाव बनाकर अंतिम संस्कार कराया गया
छपरा में जहरीली शराब से मौत के बाद नेताओं का आना जाना लगा रहा है। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान मृतकों के मरीज परिजनों से मिलने के लिए मशरख पहुंचे। मशरख में मीडिया से कहा कि डेढ़ सौ लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन मृतको के परिजनों पर दबाव बना रहा है। मौत का खुलासा ना हो इसलिए दबाव बनाकर जल्दी-जल्दी शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए बोला जा रहा था। यह मौत नहीं बल्कि हत्या है। मुख्यमंत्री को मानवीय संवेदना के आधार पर न्याय के साथ मुआवजा देना चाहिए। इस प्रकरण पर माननीय राज्यपाल से मिलकर न्याय के साथ मुआवजा का मांग करूंगा।उच्च न्यायालय को संज्ञान लेते हुए SIT का गठन कर जांच करानी चाहिए। मैं CBI जांच की मांग करता हूं।
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बिहार के सारण (छपरा) में जहरीली शराब से 72 मौतों के बाद अब सीवान में भी मौतों का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक 5 लोगों की मौत की सूचना आई है। इधर, बेगूसराय के तेघड़ा में भी दो की मौत हुई है। विधानसभा में लगातार तीसरे दिन जमकर हंगामा हुआ। कुर्सियां पटकीं गईं। विपक्ष सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राजभवन पहुंचा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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‘पोस्टमार्टम की कोई जरूरत नहीं है। कोई पैसा कौड़ी नहीं मिलेगा, जो भी क्रियाकर्म करना है, कर दो। फिर गांव के पास रात में ही अंतिम संस्कार करा दिए,’ बिहार में छपरा के पास बहरौली गांव की मुरावती देवी की यह पीड़ा है। परिवार के मुखिया और अपने पति चेंद्रेश्वर साह (45) को उसने जहरीली शराब के कारण खो दिया। बुधवार को उनकी मौत हो गई। मुरावती कहती हैं- रात करीब 11 बजे वे सुन्न पड़ गए। सरकारी अस्पताल ले जाने लगे तो अफसरों ने रोक दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करिए
शराब पीने से मृत लोगों को मुआवजे पर बवाल!:CPI ने कहा- मुआवजा मिलना चाहिए यही राजधर्म, माले और बीजेपी भी मुआवजा देने को कह रही

बिहार में जहरीली शराब पीने से दर्जनों लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधान सभा में कह दिया कि शराब से मौत मामले में किसी को एक पैसा मुआवजा नहीं देंगे। इसको लेकर महागठबंधन में बहस तेज हो गई है।उनका कहना है कि मरने वाला तो मर गया अब उसका परिवार, उसकी पत्नी, उसके बच्चे भुगतेंगे। कई घरों में कमाने वाला चला गया और बच्चे छोटे हैं वे क्या खाएंगे, कैसे पढ़ेंगे, कैसे जीएंगे? यह बड़ा मानवीय पक्ष है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।
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