
मुंबई: कुछ गाने ऐसे होते हैं जो समय की सीमा में बंधे नहीं रहते,पीढ़ी-दर-पीढ़ी, साल-दर-साल उनका रुतबा और चाहत बना रहता है. एक ऐसा ही गाना है ‘तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है’. रोमांस से भरपूर इस गाने को आज भी पसंद किया जाता है. साल 1969 में आई फिल्म ‘चिराग’ के इस गाने को सुनील दत्त (Sunil Dutt) और आशा पारेख (Asha Parekh) पर फिल्माया गया था. लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी ने इसे आवाज दी थी, लेकिन आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि गीतकार ने एक लाइन पर पूरा गाना लिख दिया था. चलिए बताते हैं मजेदार किस्सा.
31 जनवरी 1969 में रिलीज हुई फिल्म ‘चिराग’ का निर्देशन राज खोसला ने किया था. इस फिल्म का संगीत मदन मोहन ने दिया था. फिल्म में कुल 7 गाने थे, जिसे मशहूर शायर-गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी ने लिखे थे. इस फिल्म का गाना ‘तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है’ यादगार बन गया. मजरूह सुल्तानपुरी इश्क, दर्द, खुशी के हर एहसास को शब्दों में पिरोने वाले फनकार थे. फिलहाल बात करते हैं इस यादगार गाने के बनने की प्रक्रिया की.
राज खोसला ने मजरूह सुल्तानपुरी को दी एक लाइन
जब फिल्म के गीत लिखे जा रहे थे तो डायरेक्टर राज खोसला ने मजरूह सुल्तानपुरी को एक लाइन दी, ये लाइन थी- ‘तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है’. राज खोसला ने सुल्तानपुरी से कहा कि ये लाइन जो है न मशहूर शायर फैज अहमद फैज की गजल ‘मुझसे पहली सी मोहब्बत मेरी महबूब न मांग’ की है, आपको इसी पर गाना लिखना है. मजरूह साहब ने भी अपनी कलम चला दी और इस तरह से रचा गया सदाबहार गाना. इस लाइन को अपनी फिल्म के गाने में इस्तेमाल करने के लिए बकायदा मंजूरी भी ली गई थी. इस तरह सिर्फ एक लाइन के आधार पर मजरूह साहब ने ऐसा गाना लिखा जिसे लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी की दिलकश आवाज ने मशहूर कर दिया. इस फिल्म में गाना दो बार इस्तेमाल किया गया और एक बार लता दी और एक बार रफी साहब ने गाया हैं.