e0a4b8e0a581e0a4a8e0a4bee0a4aee0a580 e0a4aee0a587e0a482 e0a4aae0a4bfe0a4a4e0a4be e0a495e0a58b e0a496e0a58be0a4afe0a4be e0a4abe0a4bf
e0a4b8e0a581e0a4a8e0a4bee0a4aee0a580 e0a4aee0a587e0a482 e0a4aae0a4bfe0a4a4e0a4be e0a495e0a58b e0a496e0a58be0a4afe0a4be e0a4abe0a4bf 1

हाइलाइट्स

पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय साइक्लिस्ट डेविड बेकहम से भी बात की
बेकहम ने बेहद कम उम्र में ही अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था
वो 28 जुलाई से बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेंगे

नई दिल्ली. बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में डेविड बेकहम भी भारत की तरफ से मेडल की दावेदारी पेश करेंगे. अब आप सुनकर चौंक गए होंगे कि बेकहम भारत के लिए खेलेंगे, यह कैसे होगा? दरअसल, यह बेकहम भारतीय साइकिलिस्ट हैं. जो अंडमान निकोबार से आते हैं और कॉमनवेल्थ गेम्स के साइकिलिंग इवेंट में भारत की तरफ से उतरेंगे. जब पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने वाले कुछ खिलाड़ियों से बात की, तो उसमें बेकहम भी एक थे. पीएम मोदी का पहला सवाल भी भारतीय साइकिलिस्ट के नाम को लेकर ही था.

पीएम मोदी ने पूछा, आपका नाम तो मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी के नाम पर है. लेकिन आप साइकिलिंग करते हैं. लोग भी आपको फुटबॉल खेलने की राय देते होंगे. क्या आपको कभी लगा नहीं कि फुटबॉल ही खेलना चाहिए? इस सवाल के जवाब में भारतीय साइकिलिस्ट डेविड बेकहम ने कहा, मैं अंडमान-निकोबार से आता हूं. यहां फुटबॉल को लेकर बहुत ज्यादा स्कोप नहीं है. साधन की कमी है. इसलिए इस खेल के प्रति जुनून होने के बावजूद मैं इसे करियर के रूप में अपना नहीं पाया.

बेकहम ने कम उम्र में ही माता-पिता को खो दिया था
भारतीय साइकिलिस्ट  डेविड की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. वो जब डेढ़ साल थे तो अंडमान-निकोबार में आई सुनामी में उनके सिर से पिता का साया छीन गया था. इसके कुछ बरसों बाद बेकहम से उनकी मां का साथ भी छूट गया. उनका भी निधन हो गया. जीवन में इतने बड़े सदमे झेलने के बाद भी बेकहम बिखरे नहीं और एक खिलाड़ी के तौर पर अपने करियर को संवारने के काम में जुटे रहे.

READ More...  2 पूर्व क्रिकेटर केएल राहुल की वजह से भिड़े, मामला हद से आगे बढ़ा, पढ़ें पूरी तू-तू, मैं-मैं, किसने कब क्या कहा?

पीएम मोदी ने भी इसके लिए खिलाड़ी हौसला अफजाई की और पूछा कि इतने विपरीत हालातों के बावजूद वो खुद को कैसे मोटिवेट रखते हैं. इस पर बेकहम ने कहा, “मुश्किल हालात में दोस्तों ने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया और कभी पीछे नहीं हटने दिया. वो हमेशा मुझसे कहते हैं कि आपको मेडल जीतकर आना है. उनके हौसले और लोगों की उम्मीदों के दम पर ही मैंने अंडमान से निकलकर भारत की साइकिलिंग टीम तक का सफर तय किया है.”

CWG 2022: ‘तब तो कॉमनवेल्थ गेम्स से लौटकर फिल्में ही देखोगे?’ पीएम मोदी ने वेटलिफ्टर से क्यों पूछा यह सवाल

पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में बेकहम का जिक्र किया था
डेविड ने पीएम की जमकर सराहना करते हुए कहा कि मुझे खुशी हुई कि आपने मन की बात में मेरा जिक्र किया था और अंडमान निकोबार के बारे में बताया था. पीएम ने डेविड के परिवार को प्रणाम करते हुए उनकी जमकर तारीफ की.

CWG 2022: PM मोदी ने पूछा- सियाचिन की मुश्किलें और 3000 स्टीपलचेज में क्या है समानता? एथलीट अविनाश ने दिया यह जवाब

‘खेलो इंडिया गेम्स से काफी मदद मिली’
बेकहम ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था. ऐसे में पीएम मोदी ने उनसे पूछा कि कैसे इन खेलों ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की? इस पर बेकहम ने पीएम मोदी को बताया, “मैंने इन खेलों के जरिए ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा था. इसके बाद मन की बात में भी आपने (पीएम मोदी) मेरा जिक्र किया था. मेरा नाम लेकर लोगों को मोटिवेट किया था. मैं अंडमान से निकलकर यहां तक पहुंचा हैं. अंडमान के लोग भी मेरी इस सफलता पर गर्व महसूस करते हैं.”

READ More...  Patna News: जज्बा! रातभर नौकरी करते हैं विकास, फिर पूरा दिन खिलाड़ियों के साथ बहाते हैं पसीना

Tags: Commonwealth Games, Cwg, Pm narendra modi

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)