
हाइलाइट्स
हर्ष इंजीनियर्स का आईपीओ बंद होने के आखिरी दिन तक कुल 75 गुना अधिक बोली लगाई गई.
आईपीओ बंद होने के आखिरी दिन हर्ष इंजीनियर्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम 70 फीसदी पर पहुंच गया.
हर्ष इंजिनियर्स के शेयरों का अलॉटमेंट 21 सितंबर और लिस्टिंग 26 सितंबर को है.
नई दिल्ली. इंजीनियरिंग प्रॉडक्ट्स बनाने वाली कंपनी हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल (HEIL) के आईपीओ पर निवेशकों ने जमकर पैसा लुटाया है. कंपनी का आईपीओ बंद होने के आखिरी दिन तक कुल 75 गुना अधिक बोली लगाई गई. इसी के साथ हर्ष इंजीनियर्स इस साल का अब तक का सबसे ज्यादा सब्सक्राइब किया जाने वाला आईपीओ बन गया.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर दिए गए आंकड़ों के अनुसार हर्ष इंजीनियर्स द्वारा आइपीओ के तहत कुल 1.68 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखा गया था. कंपनी के शेयर खरीदने के लिए निवेशकों ने इसके बदले में कुल 125.96 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाई.
किसने कितनी लगाई बोली ?
हर्ष इंजिनियर्स कंपनी के आईपीओ खुलने पर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित कोटे में सबसे ज्यादा 178.26 गुना बोली लगाई गई. वहीं नॉन इंस्टीट्यूनशल इनवेस्टर्स (NII) ने अपने कोटे के शेयरों को 71.32 गुना ज्यादा सब्सक्राइब किया जबकि रिटेल निवेशकों ने अपने हिस्से के शेयरों को 17.63 गुना ज्यादा बोली लगाई.
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ग्रे मार्केट प्रीमियम 70 फीसदी पर पहुंचा
हर्ष इंजीनियर्स के शेयरों की अनलिस्टेड मार्केट में भी अच्छी मांग देखी जा रही है. शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार आईपीओ बंद होने के आखिरी दिन हर्ष इंजीनियर्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम 70 फीसदी पर पहुंच गया. इसकी कीमत 230 रुपये आंकी गई है. इससे यह स्पष्ट होता है कि ग्रे मार्केट को हर्ष इंजीनियर्स के शेयर उसके ऊपरी प्राइस बैंड से करीब 70 फीसदी ज्यादा पर लिस्ट होने की उम्मीद है.
इसमें निवेश करना कितना सही
हर्ष इंजिनियर्स में निवेश करने को लेकर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि सिर्फ ग्रे मार्केट से मिले संकेतों के आधार पर निवेश करना सही नहीं होगा. इसमें निवेश करने के लिए कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को देखकर उसके आधार पर तय करना ही सही रहेगा.
कंपनी के बारे में
हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल हर्ष ग्रुप की कंपनी है. ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर की यह भारतीय कंपनी रेवेन्यू के हिसाब से प्रेसिशन बेयरिंग केज बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है. यह कंपनी 25 से ज्यादा देशों में व्यापार करती है. यह कंपनी इंजीनियरिंग के अलावा सोलर ईपीसी सेग्मेंट में भी व्यापार करती है. इसके शेयरों का अलॉटमेंट 21 सितंबर और लिस्टिंग 26 सितंबर को है.
तेजी से बढ़ा कंपनी का प्रॉफिट और रेवेन्यू
हर्ष इंजिनियर्स की वित्तीय स्थिति को देखा जाए तो इसका रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट लगातार बढ़ा है. वित्त वर्ष 2022 में इसका नेट प्रॉफिट वार्षिक आधार पर 45.44 करोड़ रुपये से उछलकर 91.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं रेवेन्यू 876.73 करोड़ रुपये से बढ़कर 1339 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
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Tags: Business news in hindi, IPO, Market, Share market, Shares
FIRST PUBLISHED : September 17, 2022, 19:12 IST
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