आदित्य उपाध्याय/गोलू शुक्ला|बगहाएक घंटा पहले
बगहा में गंडक नदी ने फिर अपना रास्ता बदल लिया है। 10 साल पहले नदी की धारा ने जिस इलाके को छोड़ दिया था, अब वापस वहीं लौट आई है। नदी की दिशा बदलने से शहर के 16 नंबर वार्ड के पास दबाव बढ़ गया है। इससे शास्त्री नगर, पारस नगर और अग्रवाल वाटिका इलाके के लोग डरने लगे हैं। नदी की इस बदली धारा को दैनिक भास्कर ड्रोन से दिखा रहा है।
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पारस नगर के लोगों ने बताया कि नदी तेजी से कटाव करते हुए अब घरों के किनारे तक पहुंच गई है। अगर नदी की धारा ऐसी ही बढ़ती रही तो लोग पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे। बीते 7 दिनों से रतजगा कर लोग नदी की धारा पर नजर रख रहे हैं।

15 साल पहले शास्त्री नगर के पास इसी तरह नदी की धारा पहुंच गई थी।
2007 में गंडक ने किया था शास्त्री नगर में कटाव
साल 2007 में गंडक नदी पिपरासी ब्लॉक के पास से कटाव करते हुए बगहा के शास्त्री नगर के पास पहुंची थी। यहां लगभग 200 घरों को अपने अंदर समाहित कर लिया। सभी लोग विस्थापित को कर दूसरे जगह चले गए। कुछ सालों तक नदी इसी आसपास बहती रही। लेकिन 10 साल पहले 2012 के करीब नदी के धारा बदली और वह शास्त्री नगर से करीब 6 किलोमीटर दूर पहुंच गई।

गूगल मैप से ली गई तस्वीर में आबादी वाले इलाके के नीचे दिख रही पूरी जमीन अब नदी की जद में आ गई है।
अब घरों से 15 मीटर के फासले पर बह रही नदी
बगहा के इन इलाकों में नदी की धारा हट जाने के बाद स्थानीय लोगों ने पक्के मकान बना लिए। लोग गंडक नदी के प्रभाव से अपने आपको मुक्त पा रहे थे, लेकिन अब फिर गंडक अपनी धारा में परिवर्तन करते हुए शास्त्री नगर के लोहार पट्टी, पारस नगर के साथ अग्रवाल वाटिका (गौतमा पार्क) के पास लोगों के घरों तक पहुंच गई है।
सेंट जेवियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पीछे के इलाके में नदी अब लगभग 15 मीटर की दूरी पर आ गई है। यहां कभी भी भारी कटाव कर सकती है। कई घरों के किनारे की मिट्टी का कटाव भी शुरू हो गया है।
अधिकारी भी मान रहे, नदी ने अचानक लिया यू-टर्न
गंडक के इस तरह धारा बदलने पर अधिकारी भी आश्चर्यचकित हैं। बगहा-1 के SDM दीपक मिश्रा ने बताया कि नदी ने अचानक से यू-टर्न लिया है। सिल्टेशन (तलहटी में बालू का जमना) होने के कारण धारा बिल्कुल बदल गई है। हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कल से पारस नगर में कुछ घरों के पास कटाव रोधी काम शुरू कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की तैनाती की गई है। विभाग के द्वारा हर पल की जानकारी ली जा रही है।
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