16 Years of Woh Lamhe: परवीन बाबी (Parveen Babi) 80 के दशक की एक ऐसी बोल्ड और दिलकश अदाकारा थीं जिनकी चर्चा फिल्मों के साथ-साथ उनकी निजी जिंदगी को लेकर भी होती है. ग्लैमर की दुनिया से लेकर सिजोफ्रेनिया बीमारी तक झेलनी वाली एक्ट्रेस का महेश भट्ट से करीबी रिश्ता रहा. परवीन का आखिरी समय दर्दनाक रहा, फिल्मी दुनिया की चमक-दमक के पीछे स्याह किस्से भी होते हैं. महेश ने अपने रिश्ते को फिल्मी पर्दे पर उतारने की हिम्मत दिखाई और फिल्म ‘वो लम्हे’ (Woh Lamhe) बना डाली. 29 सितंबर 2006 को रिलीज हुई इस फिल्म में कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने लीड रोल प्ले किया था और शाइनी आहूजा (Shiney Ahuja) उनके अपॉजिट थे. नए डायरेक्टर, नई राइटर पर भरोसा कर महेश भट्ट की बनाई फिल्म के 16 बरस पूरे हो गए है. इस फिल्म को लेकर कंगना ने फिल्ममेकर पर सनसनीखेज आरोप भी लगाए थे. चलिए बताते हैं कुछ दिलचस्प किस्से.
महेश भट्ट ने अपने जीवन की सच्चाई को पर्दे पर उतारने के लिए नए डायरेक्टर और राइटर पर भरोसा जताया. परवीन बाबी की मौत के बाद जब महेश ने ‘वो लम्हे’ बनाने का फैसला किया तो एक्टर-एक्ट्रेस, डायरेक्टर के साथ-साथ राइटर भी नई थी. भट्ट कैंप की चर्चित फिल्म ‘वो लम्हे’ का निर्देशन नए नवेले डायरेक्टर मोहित सूरी ने किया था, जबकि फिल्म की कहानी अनवरी बेगम की गोद ली हुई बेटी शगुफ्ता रफीक ने लिखी थी.
‘वो लम्हे’ से बदल गई शगुफ्ता की जिंदगी
शगुफ्ता की अपनी ही कहानी है जो किसी फिल्म से कम नहीं, इस पर फिर कभी बताएंगे, फिलहाल बात ‘वो लम्हे’ की. शगुफ्ता ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘मुझे राइटर के तौर पर ब्रेक नहीं मिल रहा था लेकिन भट्ट साहब ने मुझे मौका दिया और मेरी जिंदगी बदल गई. वह उन चंद लोगों में से हैं जो नए लोगों के साथ काम करते हैं और मौका देते हैं’. शगुफ्ता रफीक 50 के दशक की एक्ट्रेस अनवरी बेगम की गोद ली हुईं बेटी हैं. फिल्म की कहानी महेश भट्ट ने खुद लिखी थी और शगुफ्ता को फिल्म के डायलॉग्स और स्क्रीन प्ले लिखने की जिम्मेदारी दी थी. ‘वो लम्हे’ के बाद तो शगुफ्ता की जिंदगी भी बदल गई. आज शगुफ्ता बॉलीवुड की जानी-मानी राइटर हैं.

‘वो लम्हे’ के लिए कंगना को बेस्ट फीमेल डेब्यू अवॉर्ड मिला था. (फोटो साभार: Poster)
कंगना रनौत को मिला बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस अवॉर्ड
महेश भट्ट एक ऐसे मंझे हुए डायरेक्टर हैं जिसे पता है कि किससे क्या करवाया जा सकता है. कंगना रनौत आज भले ही टॉप की एक्ट्रेस में अपनी जगह बना चुकी हैं लेकिन 16 साल पहले उनके लिए भी हालात इतने आसान नहीं थे. 2004 में कंगना दिल्ली से मुंबई पहुंचीं थी. फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहीं थी. करीब दो साल के बाद ‘वो लम्हे’ फिल्म मिली. कंगना ने पर्दे पर शानदार तरीके से परवीन बाबी का किरदार निभाया और शाइनी आहूजा ने भी दर्शकों का मन मोह लिया था. मीडिया रिपोर्ट की माने तो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं चल पाई थी लेकिन इस फिल्म में शानदार एक्टिंग के लिए कंगना को बेस्ट फीमेल डेब्यू का जी सिने अवॉर्ड मिला था.
‘वो लम्हे’ को लेकर कंट्रोवर्सी भी हुई
कंगना की बहन रंगोली चंदेल ने साल 2019 में महेश भट्ट पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा था कि कंगना जब ‘वो लम्हे’ के प्रीव्यू के लिए गई थीं तो चप्पल फेंक कर मारा था और उनकी अपनी फिल्म देखने नहीं दी थी. कंगना उस समय सिर्फ 19 साल की थी और पूरी रात रोई थी’. इसका सच क्या है ये तो महेश भट्ट या कंगना रनौत ही बता सकते हैं लेकिन महेश ने इस मामले पर किसी तरह की टिप्पणी करने से ये कहते हुए इनकार कर दिया था कि कंगना ने मेरे प्रोडक्शन कंपनी से करियर की शुरुआत की थी और वह मेरे लिए बच्ची के समान हैं’.
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Tags: Entertainment Special, Kangana Ranaut, Mahesh bhatt, Parveen babi
FIRST PUBLISHED : September 29, 2022, 11:10 IST
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