
नई दिल्ली. जल्द ही 20 मिनट के नोटिस में हेलीकॉप्टर अस्पताल पहुंचेगा और वहां से 150 किमी. दायरे से मरीजों को लाकर अस्पताल पहुंचाएगा. इस तरह दूर दराज के इलाकों से मरीजों को अस्पताल लाने में समय नहीं लगेगा और मरीजों की जान बचाई जा सकेगी. यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ‘हेलीकॉप्टर फॉर लास्ट माइल कनेक्टिविटी’ विषय पर चौथे हेली-इंडिया समिट 2022 के उद्घाटन के मौके पर श्रीनगर में दी.
उन्होंने कहा कि जम्मू में 861 करोड़ रुपये की लागत से एक सिविल एन्क्लेव बनाया जाएगा और श्रीनगर के वर्तमान टर्मिनल का तीन गुना विस्तार 20,000 वर्ग मीटर से 60,000 वर्ग मीटर तक किया जाएगा, इसमें 1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी. उन्होंने बतया कि ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स में आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए एक हेलीकॉप्टर तैनात करके संजीवनी परियोजना जल्द ही शुरू की जाएगी.
यह सेवा अगले कुछ सप्ताह में शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर 20 मिनट के नोटिस पर अस्पताल में पहुंच जाएगा और इसमें 150 किलोमीटर के दायरे में सेवा प्रदान करेगा. सिंधिया ने कहा कि सरकार का इरादा है कि हेलीकॉप्टरों की गति और गतिशीलता का उपयोग करके देश भर में व्यापक जनसंख्या आधार पर चिकित्सा पहुंच और आपात देखभाल सेवाओं तक पहुंच का विस्तार किया जाए. उन्होंने कहा कि हम प्रोजेक्ट संजीवनी से अनुभव से सीखते हुए एक राष्ट्रीय नीति तैयार करेंगे. जिससे देशभर में इस तरह की सेवा उपलब्ध कराई जा सके.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और शिखर सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि मनोज सिन्हा ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर वैट को 26.5 प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत करने के निर्णय से जम्मू-कश्मीर के लिए हवाई संपर्क में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि इस वजह से जम्मू-कश्मीर से अब 100 से अधिक उड़ानें संचालित की जा रही हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Civil aviation, Jyotiraditya Scindia, Ministry of civil aviation
FIRST PUBLISHED : October 10, 2022, 21:34 IST
Article Credite: Original Source(, All rights reserve)