
पटनाएक घंटा पहले
सीमांचल में अमित शाह के कार्यक्रम से पहले बीजेपी क्षेत्र में अपना माहौल बनाना चाहती है। इसी को लेकर अब बीजेपी अपने पुराने नेताओं को तलाश रही है। उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने की पेशकश कर रही है। 23 सितंबर को पूर्णिया में होने वाले कार्यक्रम में देश के गृहमंत्री अमित शाह शामिल होंगे। वहीं बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह को अमित शाह के कार्यक्रम का प्रभारी बनाया है।
इसी मंच पर बीजेपी के पूर्व एमपी उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह दोबारा घर वापसी करेंगे। वो बीजेपी की दोबारा सदस्यता लेंगे। उदय सिंह की तरफ से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। हालांकि, अभी तक उदय सिंह इस बात को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। लेकिन, उनके लोगों में बीजेपी में शामिल होने की खबर फैल गई है। लोग उन्हें बधाई भी दे रहे हैं।
2014 में हार गए थे चुनाव
उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह पूर्णिया से 2004 और 2009 में BJP से सांसद बने थे। लेकिन, 2014 में चुनाव हार गए। उस समय जेडीयू और बीजेपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। तो जेडीयू के संतोष कुशवाहा ने पप्पू सिंह को हराया था। बाद में जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन हुआ तो 2018 में पप्पू सिंह ने बीजेपी से त्यागपत्र दे दिया था और 2019 में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली थी। उदय सिंह ने पूर्णिया से लोकसभा का चुनाव कांग्रेस की तरफ से लड़ा था।
हालांकि, जदयू के संतोष कुशवाहा ने उन्हें फिर ढाई लाख से अधिक वोट से हराया। अभी बीजेपी अपने इस पुराने नेता की फिर से घर वापसी करा रही है। प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल लगातार पूर्णिया में कैंप कर रहे हैं। गुप्त रूप से इन दोनों नेताओं की मुलाकात हो चुकी है।
भाई एनके सिंह भी भाजपा में हैं
उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह भारत सरकार के पूर्व वित्त सचिव एनके सिंह के अपने भाई हैं। एनके सिंह 2008 से लेकर 2014 तक जेडीयू से राज्यसभा के सदस्य रहे थे। एनके सिंह तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के आर्थिक सलाहकार और सचिव भी रहे थे। फिलहाल एनके सिंह भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वो 15वें वित्त आयोग के चेयरमैन हैं।
गिरिराज सिंह को कमान
वहीं, दूसरी खबर यह आ रही है कि बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री और पार्टी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह को अमित शाह के कार्यक्रम का प्रभारी बनाया है। अब गिरिराज सिंह सीमांचल के इलाकों में दौरा करेंगे। वहीं कैंप करके नीतीश सरकार पर हमला बोलेंगे।
गिरिराज सिंह को उनकी फायर ब्रांड छवि को देखते हुए सीमांचल का प्रभार दिया गया है। गृहमंत्री अमित शाह का सीमांचल में कार्यक्रम होने तक गिरिराज सिंह वहीं रहेंगे। केंद्रीय मंत्री को खास मकसद से सीमांचल में लगाया गया है।
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