हाइलाइट्स
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति पहली कोशिश में ही यूपीएससी एग्जाम क्वालीफाई कर IAS बने.
आईएएस बनने के बाद एक साल के भीतर ही गृह मंत्रालय की नौकरी से इस्तीफा दिया.
26 नववंबर को डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने अपने नाम से नया यूट्यूब चैनल शुरू किया है.
नई दिल्ली. देशभर में हर साल लाखों लोग संघ लोकसेवा आयोग की तैयारी करते हैं. इसके लिए वे अलग-अलग कोचिंग सेंटर्स और यूट्यूब चैनल्स को सब्सक्राइब करते हैं ताकि उनकी आईएएस, आईपीएस बनने की राह आसान हो जाए. इनमें डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti) और उनका इंस्टीट्यूट दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) अलग ही स्थान रखता है. डॉ. विकास दिव्यकीर्ति किसी भी विषय को हिंदी में समझाते हैं. इससे स्टूडेंट्स को काफी आसानी हो जाती है. हर साल उनके काफी स्टूडेंट्स यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) क्वालीफाई करते हैं. इसी का नतीजा है कि उनके यूट्यूब चैनल दृष्टि आईएएस के 96 लाख सब्सक्राइबर्स (YouTube Subscribers) हैं.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने 26 नवंबर 2022 को अपने नाम से एक और यूट्यूब चैनल (Vikas Divyakirti YouTube Channel) शुरू किया है. महज 6 दिन के भीतर वह यूट्यूब पर छा गए हैं. इस नए चैनल को इतने कम समय में ही 8 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स मिल गए हैं. चैनल को शुरू करते समय उन्होंने इसकी जरूरत पर चर्चा करते हुए कहा, ‘मैं पहले ही दृष्टि आईएएस चैनल चला रहा था. लेकिन, बहुत सी बातें ऐसी भी हैं, जो क्लासेस के बीच में नहीं की जा सकती हैं. इसलिए इस चैनल को शुरू किया गया.’ उन्होंने कहा कि इस चैनल पर दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान को सामान्य भाषा में लोगों को समझाया जाएगा. आइए अब जानते हैं कि डॉ. विकास दिव्यकीर्ति आखिर हैं कौन?
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‘विकास सर’ का सेंस ऑफ ह्यूमर भी है कमाल
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के पढ़ाने का अंदाज बहुत ही सरल व सहज है. इसी वजह से उनके लाखों यूट्यूब फॉलोअर्स (YouTube Followers) भी हैं. यूपीएससी की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को किसी भी विषय को सिखाने का उनका अंदाज और सेंस ऑफ ह्यूमर उन्हें स्टूडेंट्स का पसंदीदा बनाता है. डॉ. दिव्यकीर्ति आईएएस ट्रेनर, लेखक और लेक्चरर हैं. हरियाणा (Haryana) में 26 दिसंबर 1973 को जन्मे विकास दिव्यकीर्ति की शुरुआती पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर से हुई है.

‘दृष्टि आईएसस’ का मुख्यालय मुखर्जीनगर में है. इसकी जयपुर और प्रयागराज में भी ब्रांच हैं.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) से इतिहास में स्नातक किया. फिर डीयू से ही हिंदी साहित्य व समाजशास्त्र में एमए किया. वह एम. फिल., एलएलबी और पीएचडी भी हैं. डीयू से ही उन्होंने अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद की पोस्टग्रेजुएट डिग्री भी हासिल की.
पहले प्रयास में ही बन गए थे आईएएस
विकास दिव्यकीर्ति हमेशा से देश की सेवा करना चाहते थे. इसलिए 1996 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में आईएएस अफसर (How to become IAS in first attempt) बन गए. उनकी सबसे पहली पोस्टिंग गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) में हुई. यहां उन्होंने सिर्फ एक साल काम किया. उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और यूपीएससी की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को पढ़ाने का फैसला किया. साल 1999 में उन्होंने दृष्टि आईएएस की दिल्ली के मुखर्जी नगर से शुरुआत की. इसकी ब्रांच प्रयागराज और जयपुर में भी हैं. उनके माता-पिता दोनों ही दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी साहित्य के प्रोफेसर थे. उनकी पत्नी डॉ. तरुणा वर्मा दृष्टि आईएएस की प्रबंध निदेशक हैं.
रोज डायरी भी लिखते हैं डॉ. दिव्यकीर्ति
डॉ. दिव्यकीर्ति हिंदी में लेक्चर्स देते हैं. इससे स्टूडेंट्स को विषय को समझने में काफी आसानी होती है. वह मासिक पत्रिका ‘दृष्टि करंट अफेयर्स टुडे’ के संपादक हैं. उन्होंने 2017 में दृष्टि आईएएस नाम से यूट्यूब चैनल शुरू किया. साल 2021 में इस चैनल के 60 लाख सब्सक्राइबर्स थे, जो अब बढ़कर 96 लाख हो गए हैं. इसके अलावा वह ‘निबंध दृष्टि’ किताब के लेखक भी हैं. खाली समय में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति किताबें पढ़ने के अलावा डायरी भी लिखते हैं. वह पशु प्रेमी भी हैं और एक डॉग पालते हैं. उन्हें मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, सामाजिक मुद्दे, सिनेमा स्टडीज और राजनीति शास्त्र में खासी रुचि है. बता दें कि उनके 7 लाख से ज्यादा इंस्टाग्राम फालोअर्स (Instagram) भी हैं.
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Tags: Education news, IAS exam, IPS, UPSC Exams
FIRST PUBLISHED : December 01, 2022, 18:02 IST
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